देश के कई राज्यों मे बाढ़ अपना कहर बरपा रही है जिससे आम जनजीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त हो गया है। इस बाढ़ के कहर से यू पी का बदायूँ भी अछूता नही है ।
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जिला बदायूं मे लगभग आधा दर्जन से ज्यादा गाव गंगा और राम गंगा नदियों के बढ़ते जल स्तर और तेजी से हो रहे कटान से बाढ़ की चपेट मे हैऔर लाखो एकड़ फसल गंगा और राम गंगा में जल मग्न हो चुकी है ।
बदायूं के सहसवान और दातागंज तहसील क्षेत्र में नरौरा बैराज से लगातार छोड़े जा रहे पानी से गंगा का जलस्तर -तेजी से बढ़ने से सहसवान और दातागंज तहसील के लगभग आधा दर्जन से ज्यादा गाँवो पर बाढ़ का की चपेट में आ गए है।वही ग्रामीणों कहना की की उनके कई मकान गंगा में समां गए लाखो भीगा फसल भी गंगा में समां गयी है और अब तक लाखो एकड़ फसल जल मग्न हो गयी है जिससे ग्रामीणों को पशुओ के लिए चारे का संकट खड़ा हो गया है पहाड़ो पर हो रही तेजी से बारिश के कारण बांधो पर लगातार दवाब बढ़ रहा है और पानी लगातार डिस्चार्ज होने के कारण कई गांव का मुख्यलय से सम्पर्क भी कट गया है।
जिलाधिकारी कुमार प्रशान्त ने बताया की उन्होंने सहसवान तहसील के अंतर्गत ग्राम धापड़ के पास के बांध पर हो रहे कटान का निरीक्षण किया। उन्होंने बाढ़ खंड एक्सईएन को कड़े निर्देश दिए कि कटान रोकने के लिए कार्य युद्ध स्तर पर चलता रहे साथ ही डीएम नेे निर्देश दिए कि अधिक से अधिक मजदूर लगाकर कटान रोकने का कार्य तेज गति से करें।
उन्होंने कहा कि साफ-सफाई तथा स्वच्छ पेयजल पर विशेष ध्यान दिया जाए। गांव के गन्दे नाले-नालियों को साफ रखा जाए, जिससे बीमारियाँ न पनप पाएं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में संक्रामक रोग रोकने के लिए समय-समय पर मच्छरों से बचाव हेतु फॉगिंग होती रहे। उन्होंने कहा कि बचाव के लिए नाव, मल्लाह, गोताखोरों तथा आदि की उचित व्यवस्था रहनी चाहिए। ताकि ग्रामीणों को दिक्कत ना हो ओर ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया जाये ।
(रिपोर्ट – राहुल सक्सेना ,बदायूं)