एटा — उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पशुओं पशुओ की बेहतरी के लिए हर जनपद में पशु चिकित्सालय खुलवा दिए उसके बाद भी पशु चिकित्सा विभाग कुम्भकर्णी नीद सोए हुए है।
गाँवों में पशु भारी मात्रा में मुँह पका, खुर पका जैसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त है, गरीब किसान पशु पालकों को इन पशु डॉक्टर और सरकारी पशु चिकित्सालयों का कोई फायदा नही मिल रहा है।
वही पशु चिकित्सालय विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। पशुओं को लगाई जाने वाली वैक्सीन पशु चिकित्सालय में ना मिलने के चलते किसानों के पशुओं मे ये गंभीर रोग फैल रहा है। और इस खुर पका, मुंह पका बीमारी के चलते गांव में लगभग आधा दर्जन पशुओं की इस गाँव दहेलिया मे मौत हो चुकी है और गावों में अभी भी हर रोज एक दो पशुओं की मौत का सिलसिलाजरी है।
दरअसल पूरा मामला जैथरा ब्लाक के दहेलिया गांव का है जहाँ खुरपका और मुँह पका जैसी गंभीर बीमारी से 200 से ज्यादा पशु एक गाव मे ही बीमार है जबकि आसपास के गांवों में भी सैकड़ो पशु अन्य भी इस बीमारी से ग्रसित है। वही इस गंभीर रोग के चलते गांव में किसान अपने पशुओं की बीमारी को लेकर काफी परेशान नजर आ रहा है पर बेचारा कर भी किया सकता है। वही इस व अकेले गाँव मे दहेलिया में 200 से ज्यादा पशु इस गंभीर बीमारी की चपेट में है, जिससे ग्रामीण, किसान परेशान है।
वही ग्रामीणों ने सरकारी पशु चिकित्सालय के डॉक्टर्स व वहाँ के स्टाफ पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो लोग किसानों को ना तो कोई वैक्सीन, दवाई और ना ही पशुओं का उपचार कर रहे है, और गाँव मे अभी तक कोई भी स्वास्थ्य टीम भी नही पहुची है। जब वो अपने पशुओं के इलाज के लिए पशु अस्पताल जाते है तो उन्हें पशु डॉक्टर जिला पशु अस्पताल से दुत्कार कर भगा दिया जाता है, तब वो प्राईवेट पशु डॉक्टरों को दिखाकर हजारो रुपये खर्च करने के बाद भी वो अपने पशुओं को बचा नही पा रहे है, उसी को लेकर ग्रामीणों में उदासीनता, आक्रोश देखा जा रहा है। जबकि सरकार पशुओं के उपचार को लेकर बड़े, बड़े दावे करती है लेकिन सभी दावे खोखले नजर आ रहे है।
(रिपोर्ट-आर.बी.द्विवेदी,एटा)