बस्ती– बभनान चीनी मिल के बढ़ते प्रदूषण से लाखों लोगों का जीना मुश्किल हो गया है।मिल से निकलने वाले धुएं और राख से लोग सांस और टीबी जैसी बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं।प्रदूषण की वजह से ना सिर्फ मानव जीवन बल्कि पेड़ पौधों पर बुरा असर पड़ रहा है।
बता दें कि लाखों की आबादी का ये क्षेत्र प्रदूषण की मार झेल रहा है लोग बीमार हो रहे हैं बच्चों की पढ़ाई भी बर्बाद हो रही है। चीनी मिल की राख और धुएं के आंखों में पड़ने की वजह से बच्चे भी स्कूल जाने से कतरा रहे हैं। स्थानीय निवासियों द्वारा लगातार शिकायत के बाद भी स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ जनप्रतिनिधि भी इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
आम लोगों का आरोप है कि बस्ती और गोंडा के जिलाधिकारियों से शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।अधिकारियों की लापरवाही का आलम ये है कि विधानसभा अध्यक्ष ह्रदय नरायन दीक्षित द्वारा संबंधित जिलाधिकारियों को निर्देश देने के बाद भी ना तो मिल पर कोई कार्रवाई हो रही और ना ही कोई समाधान निकाला जा रहा।इतना ही नहीं क्षेत्रीय प्रदूषण बोर्ड का कोई भी अधिकारी इस मुद्दे पर बात करने को तैयार नहीं है।
वहीं दूसरी तरफ समाजसेवी संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर 10 दिन के अंदर चीनी मिल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती है तो चीनी मिल गेट के सामने आमरण अनशन करेंगे।