बहराइच — जरवलरोड पुलिस और स्वाट टीम ने शनिवार को सात साल से फरार चल रहे दहेज हत्या प्रकरण के आरोपित दंपति को गिरफ्तार किया है। बिहार के रहने वाले पति पत्नी पर 15-15 हजार रुपये घोषित था। साल 2013 में कोर्ट के आदेश पर इनके घर की कुर्की भी हो चुकी है। फिलहाल पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया है। इस प्रकरण में दो आरोपितों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
बिहार प्रान्त के सिवान जिले के मैरवा थाना क्षेत्र के पण्डित पुरवा गांव निवासी राजनाथ यादव पुत्र मुख्तियार यादव आईपीएल शुगर मिल जरवल रोड में नौकरी करते थे। वह चीनी मिल में बॉयलर अटेंडेंट के पद पर कार्यरत थे। परिवार के साथ मिल परिसर के लेबर कालोनी में रहते थे। राजनाथ की बहू सविता ने 29 सितंबर 2011 को ससुराल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया था। जिस पर मृतका के पिता मैरवाधाम निवासी रविंद्र यादव ने हत्या की आशंका जताते हुए 13 अक्टूबर 2011 को बेटी के पति, देवर, सास और ससुर के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा जरवलरोड थाने में दर्ज कराया था।
पुलिस की तफ्तीश और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर दहेज के लिए हत्या किये जाने का मामला प्रकाश में आया था। पुलिस ने मृतका के पति शशिभूषण व देवर राहुल उर्फ चंद्रभूषण को गिरफ्तार किया था, लेकिन आरोपित सास ज्ञानती यादव और ससुर राजनाथ यादव फरार चल रहे थे। तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए 15-15 हजार का इनाम घोषित कर रखा था। तभी से जरवलरोड पुलिस को दोनों की तलाश थी। लेकिन हर बार चकमा देकर पति पत्नी फरार हो जाते थे। पुलिस अधीक्षक जुगुल किशोर ने बताया कि शनिवार को पुलिस को सूचना मिली चीनी मिल गेट के सामने आरोपित पति पत्नी एक चाय की दुकान पर बैठे हैं।
जिस पर प्रभारी निरीक्षक जरवलरोड विद्यासागर वर्मा व स्वाट टीम प्रभारी नवीन कुमार मिश्रा ने विनोद कुमार सिंह, विजय नरायन तिवारी, ज्ञान बहादुर सिंह, दिलीप कुमार, इमरान खां, रविन्द्र यादव, आशीष कुमार जयसवाल, रवि प्रताप यादव, काजी अफजाल अहमद, सुनील यादव, सिकन्दर राजभर, सन्दीप यादव, अनामिका कुशवाहा, संगीता यादव, एसआई जनशिकायत प्रकोष्ठ, प्रमोद कुमार सिंह, पीआरओ एसपी शेषमणि पाण्डेय के साथ घेराबंदी कर आरोपित राजनाथ यादव और उनकी पत्नी ज्ञानती यादव को गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों को जेल भेज दिया गया है।
रिपोर्ट-अनुराग पाठक,बहराइच