फतेहपुर जिले में मनरेगा कार्यों में धांधली की शिकायतों की पुष्टि उस समय हो गई जब अपर मुख्य सचिव ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज ने गत् 17 नवंबर को जिले के मलवां विकास खंड की दो ग्राम पंचायतों रेवाड़ी खुर्द व पहुर का निरीक्षण किया।
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जहां मस्टररोल के सापेक्ष श्रमिक ना लगाए जाने का मामला सामने आया।अपर मुख्य सचिव ने जांच करने के आदेश दिए ।मुख्य विकास अधिकारी सत्य प्रकाश ने जांच के बाद आई रिपोर्ट में बड़ी कार्रवाई की है।ग्राम पंचायत रेवाड़ी खुर्द के सचिव अश्विनी मौर्य व पहुर के सचिव विक्रम सिंह को निलंबित कर दिया है।रेवाड़ी खुर्द के सफाई कर्मी को भी निलंबित किया गया है।सहायक विकास अधिकारी पंचायत दिनेश चंद पाठक भी निलंबित किए गए हैं।मुख्य विकास अधिकारी ने उपायुक्त श्रम रोजगार तथा जिला पंचायत राज अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।
बड़े पैमाने पर मिली गड़बड़ी में रेवाड़ी खुर्द के तकनीकी सहायक मोहम्मद सैफी तथा पहुर के ग्राम रोजगार सेवक अरविंद सिंह को सेवा समाप्त की नोटिस जारी की गई है।2 ग्राम पंचायतों में अधिकारियों-कर्मचारियों पर हुई इस बड़ी कार्रवाई के बाद कर्मचारियों में खलबली मची है।मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिया है कि जिले में ऑनलाइन मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम को लागू करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा।
जिले में मस्टररोल के सापेक्ष लगाए गए श्रमिकों के हर दिन का अनुश्रवण 3 सदस्य कंट्रोल रूम की स्थापना कर दी गई है।फोटोग्राफ के माध्यम से मानीटरिंग की जाएगी। रोजगार सेवक तथा सचिव सेल्फी लेकर फोटो भेजेंगे,कार्यस्थल सीआइबी की भी फोटो भेजी जाएगी।सभी विकास खंडों में जनपद स्तरीय नोडल अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है जो विकासखंड के अधिक व कम लेबर वाली 5-5 गांवों का निरीक्षण कर आख्या प्रस्तुत करेंगे। लापरवाही में खंड विकास अधिकारी/कार्यक्रम अधिकारी मलवां को भी विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है।