कोरोना की तीसरी लहर के बड़े खतरे के बीच पर्यटन स्थलों को खोले जाने पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने चिंता व्यक्त की. भले ही भारत में नए केस में गिरावट देखी जा रही है, लेकिन विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर लापरवाही की गई तो कोरोना फिर से कहर बरपा सकता है.
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आईएमए ने केंद्र और राज्य सरकारों से कम से कम तीन महीने के लिए कोरोना गाइडलाइंस को सख्ती से लागू करने की अपील की है. केंद्र और राज्य सरकारों को भेजी गई चिट्ठी में आईएमए ने कहा, ‘पर्यटक, तीर्थ यात्रा, धार्मिक उत्साह सभी की जरूरत है.
तीसरी लहर जल्द आएगी
आईएमए अध्यक्ष डॉ जेए जयलाल और महासचिव डॉ जयेश लेले ने अपनी चिट्ठी में कहा, ‘देश केवल कोविड महामारी की विनाशकारी दूसरी लहर से बाहर निकल रहा है, अभी कोरोना खत्म नहीं हुआ है, उपलब्ध वैश्विक सबूत और किसी भी महामारी के इतिहास में साफ है कि तीसरी लहर आएगी और जल्द ही आने वाली है.
IMA ने लिखा है कि भारत में टीके लगाने की गति को तेज करके और कोरोना गाइडलाइन का पालन करके तीसरी लहर के प्रभाव को कम किया जा सकता है. चिट्ठी में कहा गया, ‘यह दुखद है कि जब तीसरी लहर की संभावना बनी है, तभी सरकार और जनता दोनों बेफ्रिक है और जगह-जगह भीड़ लगाई जा रही है.’
देश में 4,50,899 एक्टिव केस है
इसके अलावा IMA ने यह भी कहा कि पर्यटन या धार्मिक तीर्थयात्रा को खोलना और बिना टीका लगवाए लोगों को इन सामूहिक समारोहों में जाने की अनुमति देना कोविड -19 संक्रमण की तीसरी लहर के लिए संभावित सुपर स्प्रेडर है. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) के अनुसार, भारत में 12 जुलाई तक 4,50,899 एक्टिव केस है.
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