लखनऊ–पूरी दुनिया में कहर बरपा रहे कोरोना वायरस (Corona ) के मरीजों की संख्या भारत में लगभग 5000 पहुंचने वाली है। कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से देश लॉकडाउन (lockdown) है।
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कोरोना वायरस (Corona virus) की वजह से देश इन दिनों लॉकडाउन (lockdown) है। लखनऊ स्थित केजीएमयू अस्पताल में आइसोलेशन वॉर्ड के इंचार्ज ने एक अहम जानकारी दी है। अब तक माना जाता था कि जिन लोगों को तेज बुखार, खांसी के साथ-साथ सांस लेने में दिक्कत (Corona Symptoms) है, वे लोग कोरोना से संक्रमित हो सकते हैं।
डॉक्टर डी हिमांशु के अनुसार कोरोना के कुछ मरीजों में कार्डियक से संबंधित लक्षण भी देखे गए हैं। यहां पर हमें इस बात का ध्यान रखना होता है कि हम कार्डियक पेशेंट्स को मिस न कर दें क्योंकि ये भी ठीक हो सकते हैं। यूएस वगैरह में देखा गया है कि कोरोना के मरीजों में हार्ट अटैक के लक्षण भी दिखने लगते हैं। इसकी गाइडलाइंस (Corona guidelines) को हम देख रहे हैं। इनमें बहुत ज्यादा बुखार, खांसी और सांस लेने की दिक्कत जैसे लक्षण साफ नहीं नजर आ रहे हैं। इंटरनैशनल गाइडलाइंस हैं कि इन मामलों का भी विशेष ध्यान रखा जाए।
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KGMU में आइसोलेशन वॉर्ड इंचार्ज डॉक्टर डी हिमांशु ने कहा, ‘न्यूयॉर्क, इटली से आए डेटा में देखा गया है कि कुछ प्रतिशत मरीजों में हार्ट की दिक्कतों के साथ भी कोरोना मरीज आ रहे हैं। उनकी पहचान बहुत जरूरी है। फेफड़ों के साथ जब हृदय की दिक्कतें होंगी तो ज्यादा सीरियस भी होगी। हमें अपने हेल्थ केयर वर्कर, जो मरीज को ट्रीट कर रहा है, उसे फुल प्रोटेक्शन देना है। इन मरीजों की जल्द से जल्द पहचान भी जरूरी है।’