देश भर में किलर कोरोना वायरस का कहर जारी है। वहीं कोरोना से जंग को लेकर देशभर में 3 मई तक लॉकडाउन घोषित है। ऐसे में सबसे ज्यादा दिक्कत गरीबों व दिहाड़ी मजदूरों को हो रही है। हालांकि
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ये सुनिश्चित होना चाहिए कि प्रदेश में न तो कोई भूखा ( hungry) रहे न भूखा सोए। सीएम लखनऊ में आला अफसरों के साथ एक बैठक में ये निर्देश दिए हैं।
ये भी पढ़ें..COVID-19 की यूपी में अब मिनटों में होगी जांच
सीएम योगी ने कहा कि कम्युनिटी किचेन से ज़रूरतमंदों और शेल्टर होम्स में निराश्रितों को पहले की तरह बेहतर ढंग से सबको भोजन मिलता रहे। उन्होंने ताकीद किया कि उत्तर प्रदेश में यह सुनिश्चित होना चाहिए कि प्रदेश में न तो कोई भूखा ( hungry) रहे न भूखा सोए।
न कोई भूखा रहे न भूखा सोए
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी के पास राशन कार्ड अथवा आधार कार्ड हो या ना हो। चाहे वह शहर का नागरिक हो या फिर गांव का। अगर वह ज़रूरतमंद है तो उसे खाद्यान्न अवश्य मिले। उन्होंने निर्देश दिए कि राज्य में मौजूद सभी घुमंतू लोगों को भी भोजन और राशन उपलब्ध कराया जाए। सीएम अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में न तो कोई भूखा रहे न भूखा ( hungry) सोए।
30 जून तक जरूरतमंदों को मिलेगा राशन
बता दें कि राजधानी लखनऊ में हुई मीटिंग के बाद सीएम योगी ने बकायदा ट्वीट करते हुए अपनी वॉल पर लिखा, ‘उत्तर प्रदेश में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भूखा न रहे। कोविड-19 के संक्रमण से उत्पन्न विशेष परिस्थितियों में गरीबों, जरूरतमंदों को राहत पहुंचाने के लिए प्रदेश में आगामी 30 जून, 2020 तक सार्वजनिक वितरण प्रणाली का सार्वभौमिकरण (Universalization of PDS) किया जाएगा।
ये भी पढ़ें..दुनियाभर में कोरोना से मृतकों की संख्या डेढ़ लाख के पार