कोरोना (Corona) के गंभीर मरीजों को दी जाने वाली दवा रेमडेसिवर का उत्पाद नोएडा में किया जाएगा। इसके लिए नोएडा की एक कंपनी को भारत सरकार की तरफ से लाइसेंस की अनुमति दे दी गई है।
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इस दवा के यहां बनने से इसका फायदा पूरी पश्चिमी व पूर्वी उत्तर प्रदेश दोनों को होगा। यह जानकारी जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने दी।
नोएडा में बनेगी कोरोना की दवा-
जिलाधिकारी ने बताया कि देश में सर्वाधिक कम मृत्यूदर जनपद की 0.7 प्रतिशत ही रही है। यहा करीब छह हजार से ज्यादा मरीज थे। जिसमें कोरोना (Corona) से 43 लोगों की मौत हुई है। इसकी वजह यहां अस्पतालों में चिकित्सकों द्वारा लगातार लाइन ऑफ ट्रीटमेंट करके बेहतर इलाज करना है। यहां चिकित्सकों के द्वारा आक्सीजन थेरेपी मरीजों की दी जा रही है जो काफी कारगर साबित हुई है। इसके अलावा रेमडेसिवीर दवा भी मरीजों को दी जा रही है।
मंत्रालय की तरफ से मिला लाइसेंस
इसे साथ ही प्लाजमा थिरेपी व अन्य तरीके से इलाज भी किया जा रहा है। डीएम ने बताया कि कोरोना (Corona) एंटी-वायरल मेडिसिन रेमडेसिवीर बनाने के लिए भी मंत्रालय की तरफ से लाइसेंस मिल गया है। रेमडेसिवीर मेडिसिन की मैन्युफैक्चरिंग गौतमबुद्ध नगर में शुरू हो रही है। जिले की जुबिलिएंट लाइफ साइंसेज कंपनी रेमडेसिवीर दवा का उत्पादन करेगी। जिससे कोरोना के मरीजों को काफी राहत मिलेगी।
बाजार में इस दवा की कालाबाजारी कतई नहीं होने दी जाएगी। जनपद के मरीजों के अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में रेमडेसिवर दवा उपलब्ध है। इसकी खपत के अनुसार आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। उत्पान शुरू होने के साथ अन्य जनपदों में भी इसको भेजा जाएगा। वहीं गुरुवार को जनपद में 55 नए संक्रमित मरीज मिले हैं।
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