फर्रुखाबाद–सर्व शिक्षा अभियान के तहत बेसिक शिक्षा विभाग के पूर्व माध्यमिक स्कूलों में कंप्यूटर शिक्षा देने की योजना धड़ाम हो गई है। स्कूलों में मानीटर, सीपीयू और कीबोर्ड के साथ ही मेज भी दी गई थी।
सर्व शिक्षा अभियान के तहत एक कंप्यूटर सेट पर करीब एक लाख रुपये खर्च किए गए थे, लेकिन ज्यादातर कंप्यूटर कबाड़ बने हैं। ये कंप्यूटर तमाम स्कूलों में बंद पड़े हैं तो कुछ शिक्षकों के घरों की शोभा बढ़ा रहे हैं। इतना ही नहीं स्कूलों के लिए आवंटित तमाम कंप्यूटर विभिन्न सरकारी कार्यालयों में लगा दिए गए हैं। यह हकीकत किसी से छिपी नहीं है। फिर भी अफसर आंखें मूंदे हैं। इतना ही नहीं विभाग में आए कुल 157 कंप्यूटरों में अधिकांश गायब हैं। इनके बारे में अफसरों को भी जानकारी नहीं है। अधिकारियों की इस अनदेखी से नौनिहालों की कंप्यूटर शिक्षा का सपना टूटता नजर आ रहा है।बच्चों को पढ़ाने के लिए खरीदे गए कंप्यूटरों में करीब 27 कंप्यूटर सरकारी दफ्तरों में चल रहे हैं। जिन पर विभागीय काम किया जाता है।
बच्चों को शिक्षा देने के लिए इनको वापस विद्यालयों में नहीं भेजा गया।सर्व शिक्षा अभियान के तहत खरीदे गए कंप्यूटरों की क्या स्थिति है। इसका विभाग के पास कोई लेखाजोखा नहीं है।इन सब की बात करे तो कुछ विद्यालयों के शिक्षकों ने कंप्यूटर चोरी होना दिखा दिया तो किसी ने कबाड़ होने की रिपोर्ट दी। करीब तीस से चालीस कंप्यूटरों को स्कूलों से वापस विभाग में मंगा लिया गया। वह आज तक वापस स्कूल नहीं भेजे गए। इससे नौनिहालों की कंप्यूटर शिक्षा कागजों में सिमट कर रह गई है।
2017-18 में खरीदे गए ये कंप्यूटर शमसाबाद ब्लाक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय खिनमिनी, बछलैया, चौरसिया मझोला, शमसाबाद, रोशनाबाद, नवाबगंज ब्लाक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय चंदनी, बढ़पुर ब्लाक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय गुतासी, जनया सिठैया, कलौली, महबुल्लापुर, नगला कलार, कायमगंज ब्लाक क्षेत्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय सिवारा खास, मोहम्मदाबाद ब्लाक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय सिरौली, कन्हऊ याकूतपुर, कमालगंज ब्लाक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय हिसामपुर, गंगाइच और राजेपुर ब्लाक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय दौलतपुर चकई, राजेपुर, कड़क्का, मोकलपुर भेजे गए थे।
(रिपोर्ट-दिलीप कटियार, फर्रूखाबाद)