गृह मंत्रालय ने समय से पहले ही जाने माने IPS आधिकारी अमिताभ ठाकुर को अनिवार्य रूप से सेवानिवृत करने का आदेश दिया है।
इस आदेश में लिखा गया है कि अमिताभ ठाकुर को लोकहित में सेवा में बनाए रखे जाने के उपयुक्त न पाते हुए लोकहित में तात्कालिक प्रभाव से सेवा पूर्ण होने से पूर्व सेवानिवृत किये जाने का निर्णय लिया गया है।
बता दें कि अमिताभ ठाकुर ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। IPS अधिकारी अमिताभ ठाकुर अखिलेश सरकार और योगी की आंख की किरकिरी बने हुए थे.
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वहीं सरकार के इस आदेश पर उन्होंने भी अपी प्रतिक्रिया दी है। ट्वीट करके उन्होंने लिखा कि मुझे अभी-अभी वीआरएस (लोकहित में सेवानिवृति) आदेश प्राप्त हुआ। सरकार को अब मेरी सेवाएं नहीं चाहिए। जय हिन्द !
1992 बैच के थे अधिकारी..
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित एवं जुझारू 1992 बैच के आईपीएस आईजी (रूल्स) अमिताभ ठाकुर भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी, कवि एवं लेखक भी हैं. उनका जन्म बोकारो( बिहार- झारखंड) में हुआ था. शुरुआती पढ़ाई बोकारो के केंद्रीय विद्यालय से पूरी करने के बाद अमिताभ ने आईआईटी कानपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की.
बता दें कि पिछली अखिलेश सरकार में जहां उनका पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव से बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ था उसके बाद उनको सस्पेंड कर दिया गया था. हालांकि कोर्ट की शरण लेने के बाद उन्हें सेवा में फिर बहाल किया गया था. लेकिन फिर वो आज तक कभी लाइम लाईट अधिकारी नहीं बन पए. जैसा की अखिलेश सरकार में
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