मथुरा– बाजार में सिक्को का चलन बहुत कम रह गया है जिसके चलते लोग इन सिक्कों को भगवान को अर्पित कर रहे है । यही वजह है कि लाखों रुपये के सिक्के मंदिरों में जमा हो गए है। इन सिक्कों को न तो दुकानदार की ले रहे है और न ही बैंक इन्हें ले रही है ।
भारत सरकार द्वारा सिक्को के चलन भले ही बन्द न किया गया हो; लेकिन आम लेन-देन में इसका चलन बंद सा है । सिक्को का चलन आम दुकानों पर नही किया जा रहा जिससे बाजार में खुले पैसों की दिक्कत सामने आ रही है । अब लोगो के पास इसका कोई इस्तेमाल नही बचा तो लोग इन्हें भगवान को चढ़ाबे के रूप में इस्तेमाल कर रहे है । अकेले गोवर्धन के विश्व प्रसिद्ध दान घाटी मंदिर की बात करे तो यहां पर 50 लाख से अधिक से सिक्के रखे हुए है और इस वक्त मंदिर में आने वाले छोटे दान के रूप में इन्ही सिक्को का इस्तेमाल ज्यादा देखने को मिल रहा है । दस रुपये के सिक्के बाजार में नही लेने के बारे में हमने यहाँ के लोगों से बात की नबिता अग्रवाल और माधुरी ने बताया कि सभी जगह चल रहे है । लेकिन मथुरा में ही इनका चलन बंद है यहाँ भी 10 रुपये के सिक्के चलने चाहिए। सिक्के बंद होने के कारण तमाम तरह की परेशानियां आ रही है घर मे ही रखे हुए है । यहाँ से कोई दिल्ली में या और जगह जाता है तो उन्हें चलाने के लिए दे रहे है । ये तो भारतीय मुद्रा का अपमान है । दुकानदार रमेश चंद शर्मा का कहना है बाजार में कोई भी सिक्का नही ले रहा है । न तो कोई ले रहा है लेकिन हम लोग तो ले लेते है क्योंकि प्रसाद की बजह से प्रसाद लेने जो भी श्रद्धालु आते है हम उन्हें दे देते है और वो मंदिर में इन सिक्कों को चढ़ा देते है ।
रिपोर्ट -सुरेश सैनी , मथुरा