सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही पूरे उत्तर प्रदेश में ऑपरेशन क्लीन चला रहे हैं लेकिन प्रतापगढ़ के अपराधी बेखौफ हैं और वह पुलिस को धता बताकर आए दिन बड़ी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं ।
यह भी पढ़ें-नोएडा: पार्क में पड़े मिले मरे कौवे और कबूतर, फैली दहशत
इसी दौरान सोशल मीडिया पर गांजा तस्करों के सरगना विपिन उर्फ सोनू जैसवाल की सेल्फी खिंचवाते हुए फोटो योगी सरकार के कद्दावर नेता व कैबिनेट मंत्री मोती सिंह के साथ जमकर वायरल हो रही है। वायरल फोटो में विवेचक अंगद राय भी मौजूद हैं जिन्हें इस पूरे मामले की विवेचना मिली है।
तत्कालीन एसपी अभिषेक सिंह ने विपिन उर्फ सोनू जयसवाल की हिस्ट्री शीट खोलते हुए उन्हें गांजा तस्करों के सरगना और हिस्ट्रीशीटर तक बताया था और गिरफ्तारी के लिए कई टीमों का गठन भी किया था बावजूद इसके पुलिस विपिन उर्फ सोनू जैस्वाल को हाथ तक ना लगा पाई। कारण चाहे जो भी हो लेकिन आज जब कैबिनेट मंत्री मोती सिंह के साथ हिस्ट्रीशीटर और गांजा तस्करों के सरगना विपिन उर्फ सोनू जायसवाल की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो चर्चाओं का बाजार एक बार फिर से गर्म हो गया।
वहीं इस पूरे मामले में प्रतापगढ़ पहुंचे एडीजी प्रेम प्रकाश का जवाब सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। शायद उनके इस तत्कालिक जवाबदेही का कारण प्रतापगढ़ में बढ़ रहे अपराध और राजनीतिक दबाव भी होगा क्योंकि अभी मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है लेकिन एडीजी ने मीडिया को बयान देते हुए कहा कि वह निर्दोष हैं। यानी खुद ही एडीजी जज बन गए और तत्कालीन एसपी अभिषेक सिंह के उस बयान का खंडन करते हुए गांजा तस्करों के सरगना और थाने के हिस्ट्रीशीटर को बाइज्जत बरी कर दिया। गौरतलब है कि 4 दिन से प्रतापगढ़ जिला अपराध का गढ़ बन चुका है और जिले में तीन बड़ी लूट की घटना को बेखौफ बदमाशों ने अंजाम दिया जबकि एक व्यापारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसके बाद भी पुलिस प्रशासन राजनीतिक कठपुतली बनी हुई है जिसका जीता जागता उदाहरण है कोहड़ौर कोतवाली क्षेत्र के मदाफरपुर गांव का दबंग प्रधान हिस्ट्रीशीटर विपिन उर्फ सोनू जैस्वाल जिसकी फोटो एक बार फिर आज कैबिनेट मंत्री मोती सिंह के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हुई है।
(रिपोर्ट – मनोज त्रिपाठी, प्रतापगढ़ )