लखनऊः मुख्यमंत्री (cm yogi) ने प्रवासी कामगारों/श्रमिकों के लिए स्थापित क्वारंटीन सेन्टर, आश्रय स्थलों तथा कम्युनिटी किचन की व्यवस्थाओं में जिलाधिकारी को सहयोग करने के लिए 75 जनपदों में आईएएस तथा वरिष्ठ पीसीएस अधिकारियों को भेजने के निर्देश दिए।
भारत सरकार की एडवायजरी के अनुरूप सुरक्षा के सभी मानक अपनाते हुए उद्योग धन्धों को शुरू कराया जाए। कम्युनिटी किचन पहले से ही जियो टैग, इसी क्रम में क्वारंटीन सेन्टर को भी जियो टैग किया जाए।
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हाॅट स्पाॅट हो सुनिश्चित..
यह सुनिश्चित किया जाए कि हाॅट स्पाॅट में रहने वाले कर्मी अपने कार्य स्थल पर न आयें, लोग अनिवार्य रूप से मास्क अथवा फेस कवर आदि पहन कर ही बाहर निकलें ।
बच्चों के टीकाकरण कार्य में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाए, यह भी ध्यान रखा जाए कि इस कार्य से जुड़ा पैरामेडिकल स्टाफ मास्क, ग्लव्स व सेनिटाइजर का उपयोग करे सभी वेंटीलेटर फंक्शनल रखे जाएं।
मुख्यमंत्री (cm yogi) हेल्प लाइन के माध्यम से ग्राम प्रधानों तथा पार्षदों से संवाद स्थापित कर निगरानी समितियों के द्वारा यह सुनिश्चित कराएं कि किसी भी बाहरी व्यक्ति के चोरी-छिपे उनके क्षेत्र में आने पर वे प्रशासन को सूचित करें।
कोविड-19 से प्रभावित आर्थिक गतिविधियां के दृष्टिगत राजस्व वृद्धि के वैकल्पिक स्रोत चिन्हित करने के लिए कार्ययोजना बनायी जाए।
राशन कार्ड की नेशनल पोर्टेबिलिटी योजना से अधिकाधिक लोगों को जागरुक कर उन्हें लाभान्वित किया जाए। प्रवासी कामगारों तथा श्रमिकों को एक जनपद-एक उत्पाद योजना, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना तथा दुग्ध समितियों से जोड़ा जाए।
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