लखनऊ — उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झांसी मेडिकल कालेज में एक युवक के कटे पैर के प्रकरण पर संवेदनशीलता एवं दुःख व्यक्त करते हुए पीड़ित युवक के लिए दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता की घोषणा की है.
यह सहायता मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से दी जायेगी. सरकारी प्रवक्ता ने आज बताया कि मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों एवं नर्सों की लापरवाही की इस घटना पर गम्भीर रुख अख्तियार करते हुए दोषियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिये हैं.
प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा से इस घटना के सम्बन्ध में की गयी कार्रवाई की विस्तृत रिपोर्ट 12 मार्च तक देने के भी निर्देश दिए हैं. मामला लहचूरा के ग्राम इटायल निवासी घनश्याम राजपूत स्कूल बस में क्लीनर का काम करता है. शनिवार सुबह वह बच्चों को स्कूल छोडने जा रहा था. ग्राम बम्हौरी के आगे चालक से अनियंत्रित होकर बस पलट गयी. बस के नीचे दबने से घनश्याम के दोनों पैर कुचल गये.
घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने क्लीनर सहित घायल छात्रों को मऊरानीपुर के स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर होने पर क्लीनर को मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया. यहां कुछ लोगों ने देखा कि मरीज का कटा पैर सिरहाने पर तकिया की तरह लगा हुआ है जिसके बाद वहां हंगामा हो गया.