उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। प्रियंका गांधी रविवार को प्रवासी मजदूरों के लिए 1000 बसों को चलाने की अनुमति मांगी थी। सरकार ने कांग्रेस से एक हजार बसों के चालक, परिचालक और बसों की डिटेल्स मांगी है. वहीं कांग्रेस ने भी 1000 बसों की लिस्ट राज्य सरकार को सौंप दी है.
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बता दें कि शनिवार को प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने औरैया में हुई दुर्घटना के बाद प्रवासियों के लिए 1000 बसों को अनुमति देने के लिए मुख्यमंत्री को लिखा था. इसके अलावा प्रियंका गांधी ने रविवार को भी योगी सरकार से उन बसों को राज्य में प्रवेश करने की अनुमति देने का आग्रह किया था. जिसके बाद कांग्रेस की ओर से लगभग 980 बसों में प्रवासी मजदूरों को राजस्थान से यूपी भेजा गया था.
राजस्थान और यूपी बॉर्डर पर ही रोका
मगर उत्तर प्रदेश सरकार ने उन्हें राज्य में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी. जिसके बाद सभी बसों को राजस्थान और यूपी बॉर्डर पर ही रोक दिया गया था. यूपी की सीमा में बसें को प्रवेश की अनुमति न मिलने के बाद सभी बसों को वापस ले जाया गया था. जिससे उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि उन्हें कांग्रेस से बसों की सूची नहीं मिली.
वहीं सोमवार यानी आज कांग्रेस नेताओं ने 1000 बसों की सूची राज्य सरकार को सौंपी. उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और विधायक दल नेता आराधना मिश्रा मोना ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करके योगी आदित्यनाथ सरकार को गरीब मजदूर विरोधी करार दिया है. कांग्रेस ने कहा कि पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने 1000 बसें चलाने की अनुमति मांगीं थीं. मुख्यमंत्री कार्यालय को पत्र ले जाकर दिया गया, कोई जबाब नहीं आया. हम आज योगी सरकार को 1000 बसों की सूची दी थी.
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