उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में नाबालिग दलित लड़की के साथ हुए दुष्कर्म के मामले में त्वरित कार्रवाई नहीं करने के आरोप में दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
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बता दें कि पिछले हफ्ते गैंगरेप के बाद पीड़िता ने आत्महत्या कर ली थी। मामला सामने आने के बाद कर्वी पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) जयशंकर सिंह और सरिया चौकी प्रभारी अनिल साहू को निलंबित कर दिया गया है।
लड़की का अपहरण कर तीन लोगों ने किया थी गैंगरेप
दरअसल मामला चित्रकूट के कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत कौमराहा के पुरवा गांव है. परिजनों ने बताया कि 8 अक्टूबर को तीन आरोपियों ने शौच के लिए लड़की का अपहरण कर लिया था। इस दौरान लड़की के साथ कई घंटों तक दुष्कर्म किया गया। यही नहीं आरोपियों ने खेत में ही उसके हाथों और पैरों को बांधकर छोड़ दिया गया। घर वापस न आने पर उसके माता-पिता ने उसे ढूंढना शुरू कर दिया, जिसके बाद वह बंधी हुई हालत में मिली।
पुलिस ने ‘पुख्ता सबूत’ लाने को कहा था…
जब परिजन मामले की शिकायत करने पहुंचे तो पुलिसकर्मियों ने पीड़िता की शिकायत दर्ज नहीं की थी और उसके परिवार को प्राथमिकी दर्ज करने के लिए ‘पुख्ता सबूत’ लाने को कहा था।
शिकायत दर्ज न होने के बाद पीड़िता ने मंगलवार को फांसी लगा ली थी, जिसके बाद पुलिस ने परिवार द्वारा एफआईआर में नामजद तीनों आरोपियों को बुधवार शाम को गिरफ्तार किया।
परिजनों ने काटा था बवाल…
जबकि पीडिता के मौत के बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया और आरोपी को मौत की सजा देने की मांग पर अड़े परिवार ने मैनपुर-कर्वी मार्ग पर जाम लगा दिया। पुलिस और जिला प्रशासन द्वारा कार्रवाई के आश्वासन के बाद ही लड़की का अंतिम संस्कार किया गया।
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