फर्रुखाबाद– सूबे में दिन में तो चिकित्सा व्यवस्था सुस्त रहती ही है और रात में वह पूरी तरह से सो जाती है| इसी नींद ने एक माँ से उसके मासूम बेटे को हमेशा के लिये दूर कर दिया| जंहा एक तरफ पूरा देश चिल्ड्रन्स डे पर अपने बच्चो के साथ खुशियाँ मना रहा है है वही एक मासूम की छाती पर उसकी माँ अपने हाथ पटक रही थी|
बीती रात एक माँ फर्रुखाबाद के सरकारी लोहिया अस्पताल के दर पर पूरी रात बच्चे को भर्ती करने को तड़पती रही थी लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। सुबह बच्चे ने दम तोड़ दिया। मासूम मकई मौत से गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में हंगामा भी किया।
शहर कोतवाली के चाँदपुर निवासी10 वर्षीय सागर पुत्र कुलदीप जाटव की बीती रात लगभग 12:30 पर अचानक हालत खराब हो गयी| सागर की माँ प्रीती ने बताया की उसे लेकर देर रात लगभग 1 बजे लेकर लोहिया अस्पताल पंहुचे| जंहा चिकित्सक गायब थे| मौके पर मिले सफाई कमी ने कहा की यंहा कोई चिकित्सक अभी नही है| इसे ले जाओ| जिस पर रोते-बिलखते परिजन उसे लेकर आवास विकास के डॉ० भल्ला के अस्पताल में पंहुचे लेकिन उन्होंने अपना दरवाजा तक नही खोला|
डॉ० भल्ला का दरवाजा पीटने के बाद परिजन सागर को लेकर पुन: लोहिया अस्पताल आये लेकिन उस समय भी उन्हें कोई चिकित्सक नही मिला| तभी मौके पर मौजूद युवामोर्चा कार्यकर्ता पवन मिश्रा ने जैसे-तैसे उसे भर्ती कराया |सागर की माँ प्रीती के अनुसार उसे वार्ड में भर्ती कर लिया लेकिन काफी मिन्नते करने के बाद भी कोई चिकित्सक उसे देखने नही आया| जिससे सागर की हालत और भी बिगड़ गयी।
सुबह लगभग 5:30 पर सागर ने अंतिम साँस ली| उसकी मौत होते ही परिजनों में कोहराम मच गया| परिजनों ने कोहराम मच गया| सूचना पर भाजयुमो नेता शिवम दुबे आदि भी पंहुचे| परिजनों ने लोहिया अपस्ताल के बाहर हंगामा काटा और अंततः शव लेकर चले गये |
रिपोर्ट – दिलीप कटियार ,फर्रूखाबाद