इटावा– इटावा में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में जहाँ एक तरफ 51 जोड़ो ने विवाह बंधन में बंधकर 7 फेरे लिए ; वहीं इस भव्य कार्यक्रम में उस समय ग्रहण लग गया जब शादी करने आया एक दूल्हा मौके से फरार हो गया। शादी समारोह में अपना घर बसाने आयी वधु के सपने चूर – चूर होकर एक पल में बिखर गए।
इस कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने भी शिरकत की और सभी जोड़ो को उपहार के साथ – साथ दिया आशीर्वाद भी दिया। जनपद में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में कल 51 जोड़ो ने सामूहिक फेरे लिए। इस कार्यक्रम में मुस्लिम परिवार के लोग भी थे जिन्होंने अपना निकाह पढ़वाया और सरकार के इस कार्यक्रम से बहुत खुश दिखे। शादी कराने वाले काजी का कहना था कि ये बहुत ही अच्छा काम है एक ही पंडाल में हिन्दू मुस्लिम एक साथ शादी कर रहे है। सरकार इस काम को और विस्तार दे। जिले के प्रभारी मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने भी सभी जोड़ो को उपहार देकर उन्हें आशीर्वाद दिया। सरकार के इस कार्यक्रम में उस वक्त ग्रहण लग गया जब एक जोडे का युबक फेरो के वक्त पंडाल छोड़कर भाग गया।
पीड़ित पिता का कहना था कि लड़के के परिजन 4 लाख रुपये दहेज की माग रहे थे। जिसको लेकर वो यहां से बहाना बनाकर भाग गए। पीड़ित (स्नेहलता) बसरेहर ब्लॉक के भदामयी गांव की रहने वाली है और जिसके लड़के के साथ सीएम के इस सामूहिक शादी समारोह में उसे सात फेरे लेने थे वो युबक रुकुमपाल मैनपुरी जनपद के किशनी थाना क्षेत्र का रहने वाला है। इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम में 3 मुस्लिम वर-वधु का निकाह हुआ l कार्यक्रम में मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के अलावा , समाज कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव मनोज सिंह, डीएम, एस एस पी, जिला अध्यक्ष, विधायकगण एवं पार्टी पदाधिकारी उपस्थित रहे l
(रिपोर्ट -विवेक दुबे , इटावा )