उन्नाव– बांगरमऊ में एक ही सीरिंज से इंजेक्शन लगाये जाने पर एच आई वी फैलने के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है । मुख्य चिकित्सा अधिकारी एस पी चौधरी ने इस मामले पर कुछ ऐसा कहा है कि पूरे स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया।
दरअसल एस पी चौधरी का कहना है कि उन्होंने जुलाई 2017 में ही तत्कालीन सी एम ओ राजेन्द्र प्रसाद को इस मामले से अवगत करा दिया था; लेकिन स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की वजह से ही बांगरमऊ में यह घटना सामने आयी है। एस पी चौधरी ने बांगरमऊ में एचआईवी के कई मरीजो के मिलने के बाद सीएमओ को पत्र लिखा था । फिलहाल मुख्य चिकित्सा अधिकारी के इस बयान से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है।
बता दें उन्नाव के बांगरमऊ कस्बे में साइकिल पर घूमकर लोगों का इलाज करने वाले झोलाछाप डॉक्टर ने करीब 76 लोगों को ऐसी बीमारी दे दी जिसका इलाज किसी भी डॉक्टर के पास नही है। इतने लोगों के एचआईवी पॉजिटिव होने के मामले के बाद डीएम ने एक कमेठी गठित करके ऐसे झोलाछाप डाक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए थे। इसी कड़ी में शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कार्रवाई करते हुए जिले में अवैध रूप से चल रहे 73 झोलाछाप क्लिनिकों को सील किया गया है। गौरतलब है कि आरोपी झोलाछाप डॉक्टर राजेंद्र कुमार पिछले दस साल से बांगरमऊ के आस-पास के 40 गांवों में इलाज करता आ रहा है। कहा जा रहा है कि एचआईवी संक्रमित लोगों की संख्या और भी ज्यादा हो सकती है।
(रिपोर्ट -अनुराज भारती , उन्नाव )