भूख के नाम पर छलावा, झुग्गी झोपड़ी में पक रहा चिकन

खाना वितरण करने पहुंचे समाजसेवी, तो झुग्गियों में मिला नॉनवेज

मेरठः देश मे लॉक डाउन के बाद प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री प्रशासन को लगातार बता रहे हैं कि वह हर गरीब मजदूर के घर पर खाना और राशन भेजे ताकि देश और प्रदेश में कोई भी व्यक्ति भूखा (hunger) ना रहे और शायद समाज सेवी संस्थाएं पुलिस और प्रशासन के इस आदेश पर पूरी शिद्दत से काम कर रहा है।

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लेकिन कुछ लोग इस मानवता का दुरुपयोग कर रहे हैं और खाद्य सामग्रियों का स्टॉक बनाकर उसे बेच रहे हैं उसके बदले घरों में मटन और चिकन बना कर लॉकडाउन का एन्जॉय कर रहे हैं। अब प्रशासन ऐसे लोगों पर पैनी नजर रख रहा है जो गरीबी और भुखमरी (hunger) का स्वांग रचा कर प्रशासन और समाजसेवियों से खाना और राशन ले रहे हैं और उसके बाद उसका दुरुपयोग कर रहे हैं।

खाने की बर्बादी, राशन लेकर बेच रहे ‘कथित गरीब’

ये वीडियो कुष्ठ आश्रम और गांधी आश्रम के हैं जहां तस्वीरों में देख सकते हैं किस तरह के खाने की बर्बादी हो रही है और जो राशन है उसे पहले अपने आप को भूखा दिखाकर प्रशासन और समाजसेवियों से ले रहे हैं और उसके बाद उसे दुकानों पर बेच देते हैं ।

फिलहाल इस पूरे प्रकरण को प्रशासन गंभीरता से लेते हुए जांच करा रहा है और जो लोग इस तरीके से प्रशासन को गुमराह करने का काम कर रहे उन्हें खाना वितरण करने से पहले प्रशासन चेक करेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि इन्हें खाद्य सामग्री या भोजन की आवश्यकता है या फिर नहीं। वही उन दुकानदारों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी जो इस लोक डाउन के दौरान चिकन और मटन बेच रहे।

लगातार जरूरतमंदों की सेवा कर रहे नवनीत

यह समाज सेवी नवनीत हैं जो इस लॉकडाउन के दौरान लगातार जरूरतमंदों को भोजन वितरण कर रहे हैं लेकिन जब इन्होंने यह तस्वीर देखी तो इनसे रहा नहीं गया इन्होंने उसका वीडियो बना कर प्रशासन और सोशल मीडिया में यह वीडियो वायरल कर दिया। जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया है और पूरे मामले की जांच की जा रही है और जांच में जो भी तक निकल के आएंगे उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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(रिपोर्ट- सागर कुशवाहा, मेरठ)

Cheating hunger in meerutcorona lockdone
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