कानपुर–यूं तो आप ने बहुत सुना होगा कि सरकार और उसके सरकारी विभाग आम जनता के हिफाजत व उनकी समस्या को समाप्त करने के लिए होते हैं,लेकिन कानपुर के विद्यार्थी नगर इलाके की तस्वीर कुछ और ही बयां कर रही है ।
मामला कानपुर के विद्यार्थी नगर इलाके का है जहां पर तकरीबन दर्जनों घरों के लोग कानपुर की केस्को एम डी से पीड़ित हैं। दरअसल दर्जन भर घरों की समस्या के एक बहुत बड़ा कारण यह है कि जिस मोहल्ले भर में ये घर हैं उस घर की गली की चौड़ाई मात्र गलभग 10 फिट की है और उस छोटी सी गली में पहले से ही घरेलू बिजली की लाइन पड़ी हुई है और अब उसी लगभग 10 फिट की गली में दूसरी लाइन डाली जा रही है। आप को बतां दे कि जो दर्जन भर घर पड़ने वाली दूसरी बिजली लाइन का विरोध कर रहे हैं उनकी एक समस्या का और भी कारण सामने आया है कि अगर बिजली विभाग उसी गली मोहल्ले में बिजली लाइन डालता है तो जान माल का खतरा भी बढ़ जाएगा।
अब दर्जनों घरों की महिलाओं ने मोर्चा खोल दिया है। उनका आरोप क्षेत्रीय पार्षद के खिलाफ व अन्य लोंगो पर भी है। वर्तमान में बीजेपी पार्षद विनोद पाल उसी वार्ड में विवादित व्यक्ति के श्रेड़ी में आतें है। आरोप है पार्षद ने अपने दो अपने मिलने वालों घरों को बचाने के लिए दर्जन भर घरों की जान जोखिम में डाल रहा है और स्थानीय पुलिस बल के दबाव के रौब झाड़ रहा है ।
कुछ महिलाओं ने केस्को एम दी सौम्या अग्रवाल से सिकायत भी की थी लेकिन सिकायत का कोई सही अर्थ सामने नही आया और कुछ दिन बाद फिर केस्को के कुछ अधिकारी लाइन डालने फिर पहुंचे तो क्षेत्रीय महिलाओं में जमकर विरोध किया और केस्को विभाग का दल बल वापस हो गया। जिसके बाद देर रात स्थानीय थानेदार भी पहुंचे उनका भी अपना एक रुतबा सामने आया उन्होंने तो महिलाओं से यह तक कह दिया कि खम्बा व लाइन यहीं से गुजरेगा। अगर ज्यादा कोई महिला विरोध करेगी को सबके ऊपर मुकदमा लिखकर जेल भेज दूंगा।
जब हमारे रिपोर्टर ने केस्को एम डी सौम्या अग्रवाल से इस मामले की जानकारी की तो कुर्सी पर बैठी मेम साहब ने जांच का हवाला देते हुए अपनी बात रखी और बताया कि इस मामले में जगह की स्थिति देखी जाएगी जो उचित होगा वही करवाया जाएगा।पीड़ितों का साफ तौर कहना है कि अगर उस छोटे से मोहल्ले में दो बिजली की लाइन डाली जाएगी तो सभी घरों की महिलाएं उसी बिजली की लाइन में लटककर अपनी जान दे देंगी।
(रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा, कानपुर)