न्यूज डेस्क– हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व है। दरअसल इस दिन गंगा स्नान, दीपदान, दान , भगवान की पूजा, आरती, हवन आदि का बहुत महत्व है। इस दिन किसी भी धार्मिक कार्य का सौ गुना फल प्राप्त होता है।
इस बार कार्तिक पूर्णिमा 23 नवंबर को है। इस दिन लोग गंगा नदी में स्नान करते हैं। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा कार्तिक पूर्णिमा कहलाती है जिसे त्रिपुरी पूर्णिमा या गंगा स्नान के नाम से भी जाना जाता है। कार्तिक महीने में दीपक का विशेष महत्व है। दीपक रोशनी का प्रतीक है जिससे अंधकार दूर होता है। इसलिए इस दिन बनारस में देव दीपवली, दीवाली के ठीक 15 दिन बाद मनाई जाती है।
पौराणिक मान्यता है कि इस दिन गंगा में स्नान करने से पूरे साल जितना गंगा स्नान का फल प्राप्त होता है। साथ ही इस दिन गंगा स्नान के बाद दीप दान का पुण्य-फल दस यज्ञों के बराबर होता है। जानकारों के मुताबिक इस दिन गंगा स्नान के दान करना चाहिए। इस दिन मौसमी फल (संतरा,सेब,शरीफा आदि), उड़द दाल, चावल और उजली चीजों का आदि का दान शुभ माना गया है।
कार्तिक पूर्णिमा के पर्व पर लाखो श्रदालु गंगा मईया में डुबकी लगाकर देश की अमन चैन के लिए दुआए मांग रहे है और अपनी मनोकामनाएं पूर्ण होने पर हवन पूजन कर रहे है । मान्यता है की कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा में डुबकी लगाने से मोक्ष की प्राप्ति होती है ।