लखनऊ–उत्तर प्रदेश की महिला आईएएस जो अपनी सेल्फी, सोशल मीडिया पोस्ट्स के लिए काफी मशहूर हैं। नेताओं और मातहतों को हड़काने के उनके वीडियो खूब वायरल हुए हैं।
बी चंद्रकला एक बार फिर वो खबरों में हैं। किसी खास अभियान या सेल्फी के लिए नहीं; बल्कि उनके घर पर सीबीआई की टीम ने 5 जनवरी की सुबह छापा मारा है। 2008 बैच की आइएएस अफसर चंद्रकला का आवास लखनऊ में योजना भवन के पास सफायर होम एंड विला अपार्टमेंट के फ्लैट नम्बर 101में है। उस समय बी.चंद्रकला अपने आवास में नहीं थीं। सीबीआइ का यह छापा इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर मारा गया है। बी. चंद्रकला इसी वर्ष मई में अपने मूल कॉडर यानी उत्तर प्रदेश लौटी हैं। माना जा रहा है कि करोड़ों के खनन घोटाले के सिलसिले में सीबीआई ने छापा मारा है।
हमीरपुर में हुए अवैध खनन के मामले में सीबीआई ने तत्कालीन डीएम बी. चन्द्रकला के लखनऊ आवास पर छापा मारा। टीम ने घर कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं। अखिलेश यादव की सरकार में बी. चन्द्रकला की पोस्टिंग हमीरपुर जिलाधिकारी के पद पर की गई थी। आरोप है कि इस आईएएस ने जुलाई 2012 के बाद हमीरपुर जिले में 50 मौरंग के खनन के पट्टे किए थे। ई-टेंडर के जरिए मौरंग के पट्टों पर स्वीकृति देने का प्रावधान था लेकिन बी. चन्द्रकला ने सारे प्रावधानों की अनदेखी की थी। वर्ष 2015 में अवैध रूप से जारी मौरंग खनन को लेकर हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी। हाईकोर्ट ने 16 अक्टूबर 2015 को हमीरपुर में जारी सभी 60 मौरंग खनन के पट्टे अवैध घोषित करते हुए रद कर दिए थे।
सीबीआइ ने खनन घोटाले के मामले में लखनऊ, कानपुर, हमीरपुर, जालौन, नोएडा और दिल्ली में 12 पर छापा मारा है। सीबीआइ ने जालौन के उरई में बालू घाट संचालकों के प्रतिष्ठानों पर छापा मारा है। यहां पर सीबीआइ करन सिंह व रामअवतार राजपूत के घर के अंदर जांच पर रही है।