इटावा–तहसील दिवस में आला अधिकारियों के सामने एक दिव्यांग एसओ साहब के पैरो को पकडकर न्याय मांगता नजर आया, लेकिन उनका दिल नहीं पसीजा और उन्होंने दिव्यांग से कह दिया जहर मंगा दू अभी खा ले।
एक ओर देश मे दिव्यांगो को सम्मान देने के लिये सरकार पूरी कोशिश मे लगी हुई है। यही नही विकलांग शब्द से इन्हे हीन भावना न हो, इसके लिए प्रधानमंत्री ने दिव्यांग शब्द तक की उपाधि दी लेकिन मंगलवार को ताखा के तहसील दिवस मे ऊसराहार एसओ के पैरो के सामने जमीन पर बैठा दिव्यांग जब न्याय की गुहार लगाते हुए हाथ जोडता नजर आया तो संवेदनहीनता की सारी हदे पार हो गई ।तहसील दिवस मे एक पैर से पूर्ण रूप से दिव्यांग रमेश चंद्र निवासी सौथना ने अपने कच्चे मकान पर गांव के दबंगो द्वारा मरम्मत न करने की शिकायत की तो उन्हे ऊसराहार एसओ शिव शंकर पटेल के पास भेजा गया।
सभागार मे पीछे की पंक्ति मे बैठे एसओ के पास रमेश ने अपना प्रार्थना पत्र दिया और उनके पैरो के पास जमीन पर बैठकर न्याय की गुहार लगाने लगा। जब उसने दुखी मन से कहा कि साहब बहुत शिकायत कर चुके हैं न्याय नही मिला तो वह जहर खा लेगा तो एसओ तमतमा गए और कहने लगे अभी जहर मंगा दू अभी खा ले। जिससे डरकर दिव्यांग हाथ जोडने लगा और न्याय के लिए उसने एसओ के पैर तक पकड लिए लेकिन एसओ का दिल एक बार भी नही पसीजा कि दिव्यांग को सांत्वना दे दे।
एसओ के बगल मे एक थाने के इंस्पेक्टर और भी बैठे थे लेकिन उन्होंने भी कुछ नही कहा। इतना ही नहीं थानाध्यक्ष के अगल बगल मे ही कुर्सी खाली पडी हुई थी यदि वह चाहते तो दिव्यांग की शिकायत को सम्मान देकर शिकायत को कुर्सी पर बैठाकर भी सुन सकते थे लेकिन कही भी मानवता नजर नही आई। इसी दौरान मीडिया के लोग मौके पर पहुच गए तो दिव्यांग को जांच का भरोसा देकर चलता कर दिया। एसपी सिटी रामयश सिंह ने मामले की जाँच करवाने की बात कही हैं।