न्यूज डेस्क — उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में 13 पुलिसकर्मियों के खुलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है.यहां आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज करके उन्हें जेल भेजने वाले 13 पुलिसकर्मियों खुद कानून के शिकंजे में फस गए है. इन सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ शहर कोतवाली तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है.इन पर राजकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया गया है.
बता दें कि कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक पवन कुमार उपाध्याय ने तहरीर दी कि कोतवाली परिसर व पुलिस चौकी भंडारी परिसर में बने सरकारी आवास में उप निरीक्षक इंद्र बहादुर सिंह वर्तमान तैनाती प्रतापगढ़, हेड कांस्टेबलगण सेराज अहमद वर्तमान तैनाती बलिया, इंद्रदेव मिश्रा, ओम प्रकाश पाल, बालेंद्र यादव, कांस्टेबलगण राज किशोर यादव वर्तमान तैनाती वाराणसी, सीताराम पांडेय वर्तमान तैनाती प्रयागराज, संतोष वर्मा वर्तमान तैनाती मऊ, माया शंकर सिंह वर्तमान तैनाती बलिया, अनिल सिंह वर्तमान तैनाती आजमगढ़, हेड कांस्टेबल रमा शंकर राम वर्तमान तैनाती गाजीपुर, कमलेश यादव वर्तमान तैनाती जीआरपी अकबरपुर, वीरेंद्र यादव वर्तमान तैनाती अयोध्या जनपद से स्थानांतरण के बाद भी अनधिकृत रूप से कब्जा किए हुए हैं.
जर्जर हो चुके सरकारी आवास खाली करने के लिए बार-बार निर्देशित किए जाने और नोटिस जारी करने के बाद भी आवास खाली नहीं किए. राजकीय संपत्ति को क्षति पहुंचाने का इनका यह कृत्य आपराधिक प्रवृत्ति की श्रेणी में आता है. मुकदमा की विवेचना एसआई गोविद देव मिश्र को सौंपी गई है.