निरस्त ट्रेन को यात्रियों को सूचित किये बगैर चला दिया , होगी जांच

लखनऊ —उत्तर प्रदेश के लखनऊ शहर के पठानकोट में अंडरपास के निर्माण के चलते रेलवे ने जिस ट्रेन को निरस्त किया था उसे यात्रियों को सूचना दिए बिना चला दिया। जानकारी होने के बाद रेल प्रशासन में हड़कंप मच गया।

इसके बाद रेलवे प्रशासन ने ट्रेन को फौरन बहाल किए जाने का फरमान सुना दिया। हालांकि रेलवे की इस लापरवाही का खामियाजा सैकड़ों यात्रियों को उठाना पड़ा क्योंकि उनके पास ट्रेन निरस्त होने का मैसेज पहुंच चुका था। 

पठानकोट में दो अंडर पास का निर्माण किया जा रहा है। इससे रेलवे ने लखनऊ से गुजरने वाली अमरनाथ एक्सप्रेस समेत अन्य मंडलों की कई ट्रेनों को निरस्त कर दिया है। साथ ही बेगमपुरा एक्सप्रेस को पठानकोट तक चलाए जाने का फरमान जारी किया था। इसमें गुवाहाटी से जम्मू जाने वाली अमरनाथ एक्सप्रेस को 18 अप्रैल को निरस्त किया गया था लेकिन गुवाहाटी मुख्यालय तक रेलवे बोर्ड के आदेश पहुंचने से पहले अमरनाथ एक्सप्रेस को वहां से रवाना कर दिया गया। जब तक ट्रेन निरस्त होने की जानकारी अधिकारियों को मिलती ट्रेन बिहार पार कर चुकी थी।

जानकारों की मानें तो बीच रास्ता में ट्रेन को निरस्त किया जाना मुमकिन नहीं था। लिहाजा रेलवे को इस संचालन बहाल करना पड़ गया। जानकारी मिलने के बाद उत्तर रेलवे ने लखनऊ से जम्मू के बीच बीस अप्रैल को निरस्त अमरनाथ एक्सप्रेस के निरस्तीकरण का आदेश वापस लेना पड़ गया। 

मामले को गंभीरता से लेते हुए रेलवे बोर्ड ने मामले की जांच के आदेश दे दिए है। जानकारों की मानें तो मंडलों के बाद कम्पयूनिकेशन गैप की वजह से ये घटना हुई है। वहीं, ट्रेन निरस्त होने की सूचना मिलने के बाद सैकड़ों की संख्या में यात्रियों ने अपने टिकट निरस्त करा दिए। इसमें कई यात्रियों ने तो तीन-तीन महीने पहले से कनफर्म टिकट करा रखें थे। ट्रेन बहाल होने की सूचना मिलने के बाद उन्होंने ट्विटर पर रेल मंत्री से शिकायत की है। 

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