हाथरस–यूपी के हाथरस जिले में एक पिता आखिर क्यों हुआ इतना मजबूर हो गया कि अपनी बेटियों के साथ देश के प्रधानमंत्री जी को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की माँग कर रहा है।
वर्षो से चली आ रही खारे पानी की समस्या को लेकर पिता ने अपनी तीन मासूम बेटियों के साथ देश के प्रधानमंत्री जी के नाम एक प्रार्थना लिखकर अपनी बेटियों के साथ खारे पानी की समस्या को लेकर इच्छा मृत्यु की मांग की है। एक सात साल की बच्ची ने प्रधानमंत्री मोदी जी को बाक़ायद बोल कर कह रही है कि “मोदी जी अगर आप हमको पानी नहीं दे सकते तो हम मासूमो को आप मौत ही दे दें। जिले के हसायन ब्लॉक के करीब 50 गाँवो में पानी की समस्या है। यह पानी खारा है। इसलिए गांव के लोगो को गांव से दूर लगभग 3 से 4 किलोमीटर पानी लेने के लिए पैदल या अपने किसी निजी वाहन से जाना पड़ता है।
आपको बता दे हाथरस जिले के हसायन ब्लॉक क्षेत्र के महो, नगला माया, महोब्बतपुरा, महासिंघपुर, केशोपुर आदि करीब 50 गाँवो मैं रहने वाले हजारो ग्रामीण रोजाना सुबह उठकर दूर-दूर से पीने के लिए पानी लाते है। क्योकि इन गाँवो का पानी खारा है इस खारे पानी को पीने से ग्रामीण कई तरह की बीमारियों से भी ग्रस्त हो गए है। इन लोगो की समस्या का भार नगला माया के रहने वाले चन्द्रपाल ने उठाया है। पिछले दो सालो से चन्द्रपाल गांव वालो को साथ लेकर इस समस्या से लड़ रहा है। चन्द्रपाल ने इस समस्या को लेकर प्रशासन और शासन का दरबाजा खटखटाया है, लेकिन उसे कहीं भी इस समस्या से निजात नहीं मिली है। अंत में उसने अपनी तीन बेटियों के साथ प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु मांग की है।
वही इस मामले मैं जिलाधिकारी का कहना है कि गांव मैं खारे पानी की समस्या है इसके लिए 2 करोड़ 19 लाख रुपये स्टीमेट बनाकर शासन को भेज दिया है और हम इन 5 गाँवो में स्टेट पोस्ट बनाएंगें। इसके बारे में हमने चंद्रपाल को भी बता दिया है। मौजूदा स्थिति को देखते हुये गांव में टेंकर के माध्यम से ग्रामीणों को पानी पंहुचाने का काम शुरू कर दिया है।
(रिपोर्ट-सूरज मौर्या, हाथरस)