प्रतापगढ़ — अक्सर अपने कारनामो को लेकर सुर्खियों में रहने वाली यूपी पुलिस का एक फिर शर्मनाक चेहरा सामने आया है। यहां अमेठी पुलिस की कस्टडी में ऑटोपार्ट व्यवसाई की मौत हो गई। वहीं परिजनों ने पुलिस पर थर्ड डिग्री टार्चर से मौत का आरोप लगाया है।जबकि आक्रोशित लोगों ने घर के सामने चिलबिला-अमेठी मार्ग पर शव रखकर जाम लगा दिया।
दरअसल इसी माह 5 तारीख को हुई लाखो की लूट का खुलासा करने में नाकाम अमेठी पुलिस ने प्रतापगढ़ के अंतू इलाके के बाबूगंज में संचालित यूको बैंक का मकान मालिक 45 वर्षीय व्यवसायी मृतक सत्यप्रकाश के घर में खुदाई कर लूट का पैसा खोज रही थी। जब खुदाई के बाद भी पैसा नहीं मिला तो पिता-पुत्र को हिरासत में लेकर अमेठी गयी।मंगलवार को पुलिस सत्य प्रकाश को लेकर सुल्तानपुर पहुंची, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस हिरासत में अधेड़ की मौत के बाद प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया।
उधर शव पहुंचते ही घर पर कोहराम मच गया। लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। हर कोई पुलिस को कोस रहा था। इस दौरान आक्रोशित लोगों ने घर के सामने चिलबिला-अमेठी मार्ग पर शव रखकर जाम लगा दिया। लोग सडक़ पर ही धरने पर बैठ गए। वहीं बवाल की आशंका को देखते हुए भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पीएसी मौजूद रही। पुलिस अफसर परिजनों को समझाने का प्रयास करते रहे लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था।
वहीं सत्य प्रकाश के बेटे का कहना है कि पुलिस टीम में करीब 10 से 12 लोग थे, इन्होंने उनके पिता की रास्ते में ही पिटाई शुरू कर दी थी। उनके पिता की पीटे जाने से मौत हुई है। फिलहाल इस मामले पर अभी तक पुलिस की तरफ से कोई बयान सामने नही आया है।
(रिपोर्ट-मनोज त्रिपाठी,प्रतापगढ़)