रिश्वतखोर ड्रग इंस्पेक्टर चढ़ा पुलिस के हत्थे !

महोबा–सीएम योगी के लाख प्रयासों के बावजूद भी अधिकारी रिश्वत लेने से बाज नही आ रहे है । सरकारी नुमाइंदें भ्रष्टाचार में इस कदर लिप्त है कि मेडीकल स्टोर के लाइसेंस के एवज में ड्रग इंस्पेक्टर ने रिश्वत के रूप में 60 हजार रुपये की माँग की ।

सरकार के भ्रष्टाचार मिटाओ के नारे को बुलन्द करते हुऐ आवेदनकर्ता डॉक्टर से एंटीकरप्शन टीम और यूटा की मदद ली । जिस पर कार्यवाही करते हुऐ रिश्वतखोर अधिकारी ड्रग इंस्पेक्टर रमेश लाल गुप्ता को एंटीकरप्शन टीम ने रंगे हाथों 45 हजार रुपये लेते हुये एक होटल से गिरफ्तार किया है।

प्रधानमंत्री द्वारा भ्रष्टाचार को रोकने के लिए शुरू की गयी  डिजिटल इंडिया योजना के में भी रिश्वत न मिलने की वजह से भृष्ट अधिकारी लाइसेंस बनाये जाने का मामला पेंडिंग में डाले हुये था ।  मेडिकल लाइसेंस के लिये महोबा के डॉक्टर ऋषि चौरसिया ने अप्रैल माह में आनलाईन आवेदन किया था उन्होंने बताया कि मेडिकल लाइसेंस के लिये कई बार ड्रग इंस्पेक्टर से मिले लेकिन वह लाइसेंस के एवज में  60 हजार रुपये की मोटी रकम मांग रहा था । डॉ ऋषि ने बताया कि इतनी बड़ी रकम न होने पर उन्हें कई बार निवेदन किया जिस पर ड्रग इंस्पेक्टर 45 हजार रुपये में मेडीकल स्टोर का लाइसेंस बनाने को तैयार होगया । लेकिन डॉ ऋषि ने रिश्वत न देने का निर्णय लेते हुये भ्रष्ट अधिकारी को सबक सिखाने का निश्चय किया और उन्होंने ने जिले में कई भृष्ट अधिकारियों को पकड़वाने वाली संस्था यूटा की मदद ली।

महोबा में रिश्वतखोर भ्रस्ट अधिकारीयों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे यूटा के जिला अध्यक्ष विक्रांत पटैरिया ने बताया कि उनका संगठन रिश्वतखोरों को सबक सिखाने का काम कर रहा है अब तक प्रदेश में 89 रिश्वतखोर अधिकारीयों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया जा चुका है ! महोबा जनपद में एक वर्ष में ये पांचवा अधिकारी से जिसे रंगे हाथ रिस्वत लेते पकड़ा गया है ।

पीड़ित की शिकायत पर यूटा संगठन ने मदद का भरोसा देते हुए उनका सम्पर्क एंटीकरप्शन टीम से कराया । डॉ ऋषि की बात सुनकर एंटीकरप्शन टीम झाँसी ने उन्हें मदद का भरोसा दिया था और आज एक योजना के तहत 45 हजार रुपयों पर कैमिकल लगा दिया गया ताकि रिश्वत माँग रहे अधिकारी को सबूत के साथ गिरफ्तार किया जा सके । योजना के तहत ड्रग इंस्पेक्टर राधे लाल गुप्ता द्वारा बुलाये गये प्रशांत होटल पर डॉ ऋषि पहुँचे जहाँ पर एन्टीकरप्शन टीम इस मामले पर अपनी नज़र बनाये हुये थी जैसे ही ड्रग इंस्पेक्टर राधेलाल गुप्ता ने पैतालीस हजार रुपये रिश्वत ली मामले को देख रही एंटीकरप्शन टीम ने उन्हें गिरफ्तार किया है । केमिकल युक्त नोट लेते ही टीम ने जब उनके हाँथ धुले तो वे लाल हो गए।

(रिपोर्ट- तेज प्रताप सिंह, महोबा )

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