एटा– थाना नयागांव के विथरा गॉंव में फूड प्वाईजनिंग से एक महिला और एक बच्चे समेत दो लोगों की मौत हो गयी। दूषित लड्डू से महिला, बच्चे सहित 2 लोगो की मौत हो गई जबकि दो दर्जन से ज्यादा लोगों की हालत अभी भी बेहद गंभीर बनी हुयी है।
पूरे मामले में स्वास्थ महकमें की घोर लापरवाही सामने आयी है। सूचना के बाद सीएमओ अजय अग्रवाल ने वितरा गाँव मे दो फार्मासिस्टों की टीम भेजी जो मौके पर जाकर बीमार लोगों को ओआरएस घोल और कुछ टेबलेटें देकर जैसे अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली ।
सूबे के मुखिया योगी अदित्यनाथ और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह के दावों की जनपद एटा में पोल खुलती नजर आई और इन दूषित मौत के लड्डू खाने से बीमार लोगो को एटा का स्वास्थ्य बिभाग बेहतर इलाज ना दे सका । जिसके चलते 2 लोगो की तो मौत हो ही गई और 26 से ज्यादा लोग अभी भी बेहतर इलाज के लिए तरस रहे है। गौरतलब है कि विथरा गॉंव में कल गंगा दशहरे के मौके पर भागवत कथा का आयोजन किया गया था। जिसके बाद कलश विर्सजन किए जाने के दौरान ही लोगों को प्रसाद में खाने के लिए बूंदी व बूंदी के लड्डू दिए गए थे, जिसे खाने के बाद लोगों को उल्टी और दस्त की शिकायत होने लगी।
आनन फानन सभी लोगों को अलीगंज के सीएचसी केन्द्र भेजा गया जहॉं एक 70 वर्षीय वृद्धा की दूषित वासी लड्डू खाते ही मौके पर ही मौत हो गयी और एक मासूम बच्चे की भी मौत हो गई। जबकि दो दर्जन से ज्यादा लोगों को फर्रुखाबाद, फतेहगढ़,कानपुर मेडीकल रेफर किया गया जहॉं एक दर्जन से ज्यादा लोगों की हालत बेहद नाजुक होने के चलते कानपुर रेफर कर दिया गया है। फूड प्वाईजनिंग में अब तक दो लोगों की मौत हो गयी है जबकि 26 से ज्यादा लोगों की हालत बेहद खराब है और फर्रुखाबाद,फतेहगढ़ और कानपुर में उनका ईलाज चल रहा है। पूरे मामले पर सीएमओ सफाई देते नजर आये और मौके पर स्वास्थ विभाग की टीम भेजे जाने की बात कह रहे है लेकिन परिजनों का कहना है कि स्वाथ्य बिभाग की गम्भीर लापरवाही सामने आई है कियोकि फूड पॉइजनिंग से बीमार लोगो को यदि समय पर उपचार मिल गया होता तो निशिचित ही ये दो जाने नही जाती।
(रिपोर्ट-आर.बी.द्विवेदी, एटा )