मेरठ — तबरेज़ अंसारी की हत्या के विरोध में शहर में जुलूस निकालने के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प मामले में मुख्य आरोपी बदर अली पर मेरठ पुलिस और प्रशासन ने अपना शिंकजा कस लिया है ।
बदर अली को पहले ही पुलिस जेल भेज चुकी है , वहीं बदर अली की हिस्ट्रीशीट भी खुल गई है साथ ही साथ चैरिटेबल ट्रस्ट के नाम पर बनाया गया अवैध अस्पताल भी आज एमडीए ने जमीदोंज कर दिया है ।
निर्माणधीन अस्पताल की इमारत को गिराने के लिए चार चार बुलडोज़र चलवाये गए । कई थानों की पुलिस को मौके पर बुलाया गया । सिटी मजिस्ट्रेट एसपी सिटी, एमडीए अधिकारियों के साथ साथ प्रशानिक अधिकारी भी मौके पर पहुँचे और यहीं पर डेरा डाले हुए हैं ।
एमडीए अधिकारियों का कहना है कि अस्पताल को अवैध रूप से बनाया जा रहा था । निर्माण कार्य के दौरान कई मानकों की अनदेखी की गई थी । वहीं जब अधिकारियों से पूछा गया कि अब से पहले एमडीए क्यों सोया हुआ था तो अधिकारी बगले झांकते नज़र आये , साफ है कि एमडीए अधिकारियों की मिलीभगत से इस तरह की इमारतें बनकर खड़ी हो जाती हैं और जब शासन का चाबुक चलता है खुद ही अधिकारी इसे ध्वस्त करते हैं , ये खेल बरसो से चला आ रहा है ।
वहीं सिटी मजिस्ट्रेट का कहना है कि इस अवैध निर्माण को खड़ा करने में एमडीए के किसी भी अधिकारी या कर्मचारी की मिलीभगत सामने आई तो उस पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।उधर एसपी सिटी ने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए कई थानों की पुलिस को यहां बुलाया गया है ।
(रिपोर्ट-प्रदीप शर्मा,मेरठ)