लखनऊ — भाजपा के विधानपरिषद सदस्य बुक्कल नवाब ने सोमवार को शिया वक्फ बोर्ड पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए बोर्ड की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इतना ही नहीं उन्होंने इसे भंग करने की भी मांग की।
दरअसल अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव को भेजे गए एक पत्र में भाजपा नेता ने स्वीकार किया कि तत्कालीन मंत्री आजम खां के कहने पर उन्होने शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी को वोट दिया था जो उनके जीवन की बडी भूल साबित हुयी है। पत्र में उन्होंने अारोप लगाते हुए लिखा कि सदस्य बनने के बाद मैने आज तक बोर्ड की किसी भी बैठक में हिस्सा नही लिया। मै मानता हूं कि शिया वक्फ बोर्ड भ्रष्टाचार के मामले में सूबे में सबसे बडा बोर्ड है।
इसी के साथ ही बुक्कल नवाब ने शिया वक्फ बोर्ड को तत्काल प्रभाव से भंग करने की मांंग करते हुये बोर्ड की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। वहीं भाजपा नेता के इस कदम से मौजूदा अध्यक्ष वसीम रिजवी के लिये अब खतरा बढ़ गया है । यहीं नहीं जानेमाने शिया धर्मगुरू मौलाना काल्बे जाव्वाद पहले ही रिजवी को शिया वक्फ बोर्ड से हटाने की मांग कर चुके है। उन्होेने धर्मगुरूओं के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने के लिये रिजवी को शिया समुदाय से बाहर करने की वकालत की थी। बता दें कि रिजवी अयोध्या में राममंदिर निर्माण की वकालत को लेकर पहली बार सुर्खियों मे आये थे। उन्होने मुस्लिम धर्मगुरूओं के खिलाफ कई विवादित बयान दिये।