लखनऊ — मिशन-2019 के लिए बढ़ रही सपा-बसपा गठबंधन और मजबूत हो सकता है। इसके लिए दोनों पार्टी के नेता रणनीति तैयार करने में जुटे हुए हैं। इसी कड़ी में बसपा प्रत्याशी बीआर अंबेडकर ने गुरुवार को विधान परिषद चुनाव के लिए नामांकन किया। इस मौके पर बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा समेत अन्य नेता भी मौजूद रहे।
इससे पहले अंबेडकर ने राज्य सभा चुनाव के लिए भी नामांकन किया था।सपा के समर्थन के बावजूद वह बीजेपी के अनिल अग्रवाल से हार गए थे। दरअसल आगामी विधान परिषद चुनाव में अखिलेश-बसपा को गोरखपुर-फूलपुर उपचुनाव पर रिटर्न गिफ्ट देना चहते हैं। बता दें विधान परिषद चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने अपने बचे वोट बसपा को ट्रांसफर करने फैसला किया है।उल्लेखनीय है कि 5 मई को परिषद की 13 सीटों का कार्यकाल खत्म हो रहा है।जिसको लेकर सभी पार्टियां तैयारियों में जुट गई है।
वहीं नामांकन के बाद सतीश चंद्र मिश्रा ने भीमराव अंबेडकर को एमएलसी पद का प्रत्याशी बनाने के लिए पार्टी सुप्रीमो मायावती को धन्यवाद कहा।उन्होंने कहा बसपा का समर्थन समाजवादी पार्टी करेगी और उसके सहयोग से ही पार्टी प्रत्याशी सदन पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सभा वाली स्थिति इस बार नहीं होगी। अगर बीजेपी अतिरिक्त प्रत्याशी खड़ा करती है तब भी कोई समस्या नहीं है, क्योंकि जीत की संख्या हमारे पास है। पिछली बार जेल में बंद विधायक वोट नहीं डाल पाए थे, जिसकी वजह से हार हुई थी।
उन्होंने कहा कि बीजेपी को भीमराव अंबेडकर नाम से दिक्कत थी और पार्टी ने सत्ता पक्ष का पूरा बल लगाकर उनको हराने की कोशिश की. उन्होंने भीमराव आंबेडकर को हारने के लिए सारे बलों का प्रयोग किया. लेकिन इस बार भीमराव अंबेडकर को कोई भी बल लगा लें, लेकिन हरा नहीं पाएंगे.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 13 सीटों पर चुनाव के लिए सोमवार को अधिसूचना जारी की गई। इसके साथ ही नामांकन दाखिल करने का सिलसिला शुरू हो गया। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 16 अप्रैल है। 17 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 19 अप्रैल तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। 26 अप्रैल को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होगा. उसी शाम 5 बजे से मतगणना शुरू होगी और परिणाम घोषित किए जाएंगे।