किसानों की उम्मीदों पर आंधी-पानी और ओले की मार

औरैया — दिन में तेज धूप के बाद शनिवार रात तेज आंधी के साथ हुई बारिश व ओलों से पूरी रात बिजली आपूर्ति ठप रही। वहीं सबसे ज्यादा किसानों को नुकसान उठाना पड़ा है। तेज हवा के झोंकों में कटी रखी फसल के गट्ठर उड़ गए। साथ ही खेतों में पकी खड़ी गेहूं की फसल भी तितर-बितर हो गई।

यही नहीं आम के पेड़ों पर निकली बौर भी गिर गई।  देर रात तेज हवा के साथ हुई बारिश व ओलों से खेतों में पकी खड़ी गेहूं की फसल बिछ गई। यहां तक की कटी रखी फसल के गट्ठर भी उड़ गए। आंधी पानी के चलते दयालपुर मोहल्ले के पास एचटी लाइन पर पेड़ की डाली टूटकर गिरने से लाइन ब्रेक डाउन हो गई। जिसके कारण पूरी रात बिजली आपूर्ति ठप रही। जिससे लोगों को सुबह पानी के लिए परेशानी उठानी पड़ी।

बिजली गिरने से सवा बीघा फसल हुई राख

दिबियापुर ग्राम पंचायत अबाबर के मजरा किशनपुर में बिजली कड़क कर महेश बाबू के खेतों में गिरी। इससे महेश बाबू की लगभग सवा बीघा में खड़ी फसल जलकर राख हो गई। राजस्व कर्मी रामनरेश गुप्ता ने मुआयना किया। पीड़ित का कहना है कि लगभग 15 हजार रुपए की फसल नुकसान हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि बिजली कड़ककर गिरी। इसके तुरंत बाद बारिश हो गई। यदि बारिश न होती तो कई एकड़ फसल जलकर राख हो सकती थी।

अयाना गांव में आंधी, पानी व ओले से गेहूं, चना व बेझर की फ सलें 10 से 25 प्रतिशत तक खराब हुई हैं। पीड़ित किसान जागेसुर, हिम्मत सिंह सेंगर, रघुवंश सिंह सेंगर, सुवेंद्र भदौरिया, शीलेंद्र सिंह सेंगर, बनाम सिंह सेंगर आदि लोगों ने मुआवजा दिलाने की मांग की है। बारिश का पानी गांव में निर्माणाधीन नालों में भरने से गंदगी घरों में भर गई। पाता प्रधान महेश चंद्र ने बताया कि क्षेत्र में ओलावृष्टि बिल्कुल नहीं हुई।

वहीं पाता क्षेत्र के ग्राम पंचायत बढ़ुआ में सुबह तैय्यबपुर गांव के पास खेत में एक नील गाय मृत पड़ी मिली। ग्रामीणों का कहना है कि बिजली गिरने से नील गाय की मौत हुई है। किसानों का कहना है कि आसपास क्षेत्र में मूंग, मूंगफली, प्याज सहित अन्य फसलें बच गई हैं। जबकि गेहूं की खड़ी फसल को ज्यादा नुकसान हुआ है।

(रिपोर्ट-वरूण गुप्ता,औरैया)

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