लखनऊ — नगरीय निकाय चुनाव के लिए बीजेपी रविवार को अपना ‘संकल्प पत्र’ जारी कर सकती है। बता दे कि बीजेपी निकाय चुनाव में पहली बार अपना संकल्प पत्र जारी कर रही है। शहरी वोटरों के सभी वर्ग को लुभाने के लिए इसमें मुकम्मल इंतजाम किए गए हैं। नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना की अगुआई में बीजेपी ने अपना संकल्प पत्र तैयार किया है।
करीब 18 हिस्सों में बांटे गए संकल्प पत्र में स्वच्छता, पारदर्शिता, यातायात प्रबंधन और ‘राष्ट्रवाद’ पर विशेष जोर दिया गया है। प्रमुख बाजारों में महिलाओं के लिए नि:शुल्क ‘पिंक टॉइलट’ का वादा है, जिसमें सभी कर्मचारी महिलाएं ही होंगी। प्रमुख चौराहों, सार्वजनिक स्थलों, रेलवे-बस स्टेशनों, अस्पतालों और सामुदायिक केंद्रों के पास नि:शुल्क सार्वजनिक शौचालयों की व्यवस्था का भी वादा है। छुट्टा गौवंशी पशुओं के लिए शहरों में कान्हा उपवन की तर्ज पर गौशाला का निर्माण और अन्य के लिए कांजी हाउस भी अजेंडे में शामिल है।
किये गए हैं ये वादे और दावे :
स्वच्छता और बुनियादी सेवाएं –
– सफाई से जुड़ी शिकायतों के लिए विशेष कॉल सेंटर, मोबाइल ऐप।
– डोर टु डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए जीपीएस आधारित रिक्शा/ट्रॉलियों की व्यवस्था।
– सभी बड़े शहरों में एसटीपी, नगरीय क्षेत्रों में सीवर लाइन।
– खुले कचरा डिपो बंद कर उनकी वैकल्पिक व्यवस्था।
– पार्षद और नगर निगम के अधिकारियों के नियमित जनसंपर्क कार्यक्रम।
आईटी से पारदर्शिता –
– हाउस, वॉटर टैक्स को व्यवहारिक बनाना।
– नगरीय निकायों के लिए अलग से एकीकृत त्वरित समस्या निस्तारण प्रणाली।
– निगम कर्मचारियों की बायोमीट्रिक अटेंडेंस।
– कमर्शल संस्थानों पर श्रेणीकरण कर प्रक्रिया खत्म होगी।
– रियायती दरों पर प्रमुख शहरों में एसी बसों का संचालन।
गरीबों, श्रमिकों, युवाओं, पटरी दुकानदारों से वादे –
– असंगठित पटरी दुकानदारों को दीनदयाल अंत्योदय योजना के अंतर्गत प्रभावी संरक्षण।
– बेरोजगार युवक-युवतियों को राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत विशेष मदद।
– महिलाओं के लिए स्वयं सहायता समूह और कौशल प्रशिक्षण के कार्यक्रम।
– पटरी दुकानदारों के लिए फुटपाथ पर अलग जगह।
– सार्वजनिक स्थल पर बुनियादी सुविधा युक्त शेल्टर होम।
बस्ती से पंचायत तक ‘स्मार्ट’ बनाने का वादा –
– हर वर्ष मंडल स्तर पर ‘स्मार्ट शहरी बस्ती’ पुरस्कार।
– हर जिले से प्रतिवर्ष एक नगर पंचायत को आदर्श बनाने का लक्ष्य।
– शहीदों की याद में पार्क, ऑडिटोरियम, प्रदर्शनी स्थलों का विकास।
– कवि, साहित्यकार, खिलाड़ियों, प्रमुख हस्तियों के नाम पर स्मृति गैलरी या स्मृतिका का निर्माण।
– प्रमुख शहरों में साइंस पार्क, पुस्तकालय व सोशल सेंटर का निर्माण।
ट्रैफिक सुधार के दावे –
– जीतने के 100 दिन के भीतर यातायात नियोजन कार्ययोजना।
– बड़े शहरों में भूमिगत व बहुमंजिली पार्किंग।
– सभी सिटी बस स्टैंडों का नवीनीकरण व विस्तार।
– 20 से 50 साइकल वाले स्टैंड, जहां आईडी कार्ड जमाकर नि:शुल्क साइकल मिलेगी।
– बसों के लिए प्रीपेड स्मार्ट कार्ड।