बस्ती — एक ओर जहां पीएम नरेंद्र मोदी कहते नहीं थकते कि न तो खाऊंगा और न खाने दूंगा।लेकिन उन्हीं की पार्टी के सांसद उनके विपरीत चल रहे हैं।दरअसल हम बात कर रहे है यूपी के बस्ती से भाजपा सांसद व युवा नेता हरीश द्विवेदी की।उन्होंने अपने वेतन को लेकर विवादित बयान दिया है।
हरीश द्विवेदी ने कहा कि ‘वेतन से कोई सांसद, मंत्री अपना चुनाव क्षेत्र नहीं चला सकता। अगर चुनाव क्षेत्र में कुछ करना है तो फिर चोरी तो करनी ही पड़ेगी’।
बता दें कि बस्ती के जिला पंचायत सभागार में आयोजित युवा संवाद में हरीश द्विवेदी ने कहा कि नेताओं को वर्तमान व्यवस्था में कमी के चलते चोरी करनी पड़ती है। उन्होंने कहा वेतन से कोई सांसद, मंत्री अपना चुनाव क्षेत्र नहीं चला सकता। उसके लिए धन प्राप्ति के लिए अन्य उपाय करने पड़ते हैं।
मंत्री ने कहा एक सांसद को अपना काम ठीक से करने के लिए कम से कम 12 कर्मचारियों की आवश्यकता है, लेकिन वेतन वरिष्ठ प्राइमरी के अध्यापक से भी कम है तो चोरी तो करनी ही पड़ेगी।यहीं नहीं मंत्री जी ने इसके लिए पार्टी के बड़े नेताओं चर्चा करने की भी बात कही है। इसके साथ ही साथ ही उन्होंने केजरीवाल सरकार के विधानसभा में भत्ते बढ़ाने की प्रशंसा भी की।
गौरतबल है कि एक सांसद को हर महीने 50 हजार रुपये सैलरी मिलने के अलावा कई अन्य तरह के भत्ते भी मिलते हैं।इन भत्तों में 45000 रुपये संसदीय क्षेत्र भत्ता, 45000 रुपये कार्यालय भत्ता भी मिलता है. यहीं नहीं संसद सत्र के दौरान सदन का अलग भत्ता मिलता है। कुल खर्चे की बात करें तो एक सांसद पर हर महीने लगभग 2.70 लाख रुपये खर्च होते हैं।