भाजपा विधायक के भाई की गुंडई, बेबस परिवार को जमकर पीटा

उन्नाव — जहां एक तरफ सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ अपराधियो को प्रदेश छोड़ने की चेतावनी दे रहे है। वही उन्ही की पार्टी के विधायक और उनके परिजन भगवा चोला ओढ़कर खुली दबंगई दिखा रहे है। 

ताज़ा मामला उन्नाव का है जहां पर बीजेपी विधायक के सिरफिरे भाई की खुली दबंगई उस समय देखने को मिली जब अपनी बेटी के शोषण करने का विरोध करने पर बाहुबली विधायक के भाई ने अपने गुर्गो समेत घर मे घुसकर परिजनों को जमकर पीटा। असलहों से लैस इस दबंग विधायक के भाई ने युवती के पिता को बेरहमी से पीटा और अधमरा कर दिया। खास बात ये रही कि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों के सामने ही विधायक का भाई व उसके गुंडे एक पीड़ित पिता को बेरहमी से पीटते रहे और पुलिस मौन रही।  हद तो तब हो गयी जब न्याय के लिए पीड़ित परिवार पुलिस के पास पहुंचा तो बेशर्म खाकी ने विधायक जी के दबाव उलटा पीड़ित पिता पर ही मामला दर्ज कर दिया।

जरा गौर से देखिए इस शख्स को जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में डॉक्टर को अपने साथ हुई दरिंदगी के निशान दिखा रहा है। ये सख्स कोई अपराधी नही बल्कि एक पीड़ित है, ये शख्स है उन्नाव के माखी गांव का रहने वाला पप्पू सिंह है। जिसके पूरे शरीर मे चोटो के निशान देखकर आप भी समझ गए होंगे कि इसके साथ किसी दरिंदे ने दरिंदगी की है। आइये अब आपको बताते है कि पप्पू सिंह को इस बेरहमी से पीटने वाला शख्स कौन है। 

दरअसल पप्पू सिंह को ये जख्म देने वाला कोई और नही बांगरमऊ से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर का भाई अतुल सिंह है, विधायक के भाई द्वारा अपनी बेटी के साथ हुई दरिंदगी का विरोध करना पप्पू को इस कदर भारी पड़ गया कि सत्ता के नशे में चूर बीजेपी विधायक के भाई और उसके गुर्गो ने घर मे घुसके हैवानो की तरह उसे पीटने लगा। आपको बता दे कि हाथी से कूदकर साइकिल और फिर भगवा चोला पहनकर सत्ता का सुख भोगने वाले कुलदीप सिंह सेंगर बाहुबली विधायक के रूप में जाने जाते है। सपा शासन काल मे 125 करोड़ का अवैध खनन मामले में ये चर्चा में आये थे वही विधायक के सिरफिरे भाई पर गंगाघाट थाने में अपर पुलिस अधीक्षक को गोली मारने का आरोप है।

वही इस पूरे मामले में परिजनों की माने तो जून 2017 में उनकी बेटी के साथ विधायक और उसके भाइयो ने 8 दिनों तक गायब करके उसका शोषण किया। जिसकी शिकायत परिजनों ने जब अधिकारियों से की तो किसी ने उसकी फरियाद नही सुनी। जिसके बाद 156-3 के तहत पीड़ित परिवार ने कोर्ट ने मामला दायर किया जो अभी तक लंबित है जिसकी कल तारीख लगी थी जिसमे विधायक के घर से कोई नही पहुंचा जिसके बाद अब इस मामले में 10 अप्रैल की तारीख लगा दी गयी है। इसी मुकदमे को लेने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा था। ऐसा करने से मना पर विधायक का भाई अतुल आग बबूला हो गया और घर मे घुसकर वो परिजनों को बेरहमी से पीटने लगा।

पीड़ित की माने तो पुलिस की मौजूदगी में विधायक का भाई और उसके गुंडे उसे पीटते रहे। लेकिन पुलिस मौन रही और तो और जब पीड़ित अपनी फरियाद लेकर पुलिस के पास पहुंचा तो पुलिस ने उल्टे उसी पर मुकदमा दर्ज कर दिया। हालांकि परिजन उच्च अधिकारियों तक से गुहार लगाई लेकिन सत्ता की पहुंच और विधायक जी के रसूख के आगे पूरा प्रशासन बौना साबित हो गया। हालांकि दबंगो के भय के चलते पीड़ित परिवार एसपी आवास और जिलाधिकारी आवास में रात गुजारने को मजबूर है। 

जबकि विधायक के भाई की दरिंदगी का शिकार होकर गंभीर चोटो के साथ पीड़ित पप्पू इलाज़ के लिए जिला अस्पताल पहुचा जहां डॉक्टरों ने उसका मेडिकल कराया हैरान करने वाली बात तो ये है कि सत्ता के आगे बेबस हो चुके कोई भी अधिकारी इस मामले पर बात करने को भी तैयार नही है।

(रिपोेर्ट-अनुज भारती,उन्नाव)

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