प्रतापगढ़ — राम भक्त हनुमान जिन्हें रुद्रावतार भी माना जाता है उनकी जाति को लेकर लगातार विवाद बढ़ता ही जा रहा है। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जहां हनुमान जी को दलित बताया तो वहीं भाजपा नेता बुक्कल नवाब ने उन्हें मुसलमान बता डाला।
जबकि सूबे की सरकार में मंत्री पद पर सुशोभित लक्ष्मीनारायण चौधरी अब भी अपने बयान को लेकर सुर्खियों में है। जिन्होंने हनुमान जी जाट बताया था वह अब भी कायम है। तो वहीं शुक्रवार को उन्होंने महाराजा अग्रसेन का अपमान करते हुए उन्हें बनिया बता डाला।
गौरतलब है कि हनुमान जी की जाति को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। सूबे के कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण ने भाजपा के एमएलसी बुक्कल नबाब पर निशाना साधते हुए उन्हें अल्पज्ञानी बताया है। उन्होंने बताया कि हनुमान जी त्रेता युग मे पैदा हुए थे जब दुनिया मे इस्लाम धर्म ही नही था सिर्फ सनातन धर्म था तो हनुमान जी कैसे मुसलमान हो सकते है। जाट का स्वभाव और हनुमान जी का स्वभाव एक जैसा था।राम की पत्नी सीता का अपहरण रावण ने किया तो हनुमान ने राम की मदद की और लंका ही जला डाली।
बता दे कि मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी सूबे के कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र प्रताप सिंह “मोती” के पिता के निधन पर उनके आवास पर पहुचे थे सम्बेदना जताने पहुचे थे जहाँ पर उन्होंने मंत्री मोती के पिता स्व. भारत सिंह गांधी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की और परिजनों को ढांढस भी बढ़ाया।वहीं उन्होंने महाराजा अग्रसेन पर विवाद बयान देते हुए उन्हें बनिया बताया।हालांकि अभी तक उनके इस टिप्पणी पर किसी भी पार्टी का बयान नहीं आया है। लेकिन अब सवाल उठता कि महापुरुष का टिप्पणी करना कहा तक जायज है?…
(रिपोर्ट-मनोज त्रिपाठी,प्रतापगढ़)