न्यूज डेस्क–मध्य प्रदेश भाजपा अपने मिशन 2019 को लेकर जहां युद्ध स्तर पर अपने सारे दांव लगा रही है। कांग्रेस के हर दाव का जवाब देने के लिए नए-नए विकल्पों का चुनाव कर रही है । वही मध्य प्रदेश के रीवा जिले की विधानसभा सिरमौर में भाजपा को विपक्ष में कांग्रेश बसपा व सपा से नहीं स्वयं अपने ही दल के नेताओं से खतरा नजर आ रहा है।
शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री की जन आशीर्वाद यात्रा के समापन के बाद जहां टिकट को लेकर भाजपा के वर्तमान विधायक और टिकट की दौड़ में शामिल अन्य नेता जिन्होंने दिव्य राज सिंह के पहले से लगातार पार्टी में काम किया उनके अपने अपने समर्थक टिकट के दावे कर इस बात का दावा कर रहे हैं कि भाजपा के हम हैं और भाजपा हमारी है और लोग हमारे हैं ।
जहां तक सामने आने लगी है कि जिसको लेकर सिरमौर विधानसभा में पार्टी के समर्थकों में ही एक तबका विद्रोह करने लगा है । जिसको लेकर हाल ही में पार्टी के कई नेताओं ने सोशल मीडिया में अपने अपने बयान भी जारी किए हैं । इसको लेकर सिरमौर विधानसभा के नेताओं में एक चर्चा का विषय बना हुआ है ।
लोगों ने तो अभी भी कहना शुरू कर दिया है कि भाजपा में रायशुमारी जैसी प्रथा केवल एक दिखावा है । क्योंकि विगत 5 वर्षों में जब रायशुमारी की गई थी उस समय वर्तमान भाजपा विधायक दिव्यराज सिंह भाजपा में थे ही नहीं तो फिर रायशुमारी का औचित्य क्या हुआ । वही अभी जो राजकुमारी की गई है उसमें भी भाजपा नेताओं का मत है कि वह केवल एक दिखावा है । हालांकि किसी नेता ने अपना मत लिखित में देने से मना कर दिया ।
जिससे अब कयास लगाया जाने लगा है कि सिरमौर में भाजपा का अधिकृत उम्मीदवार चाहे जो भी हो पर उसका खामियाजा विपक्ष के बजाय वह स्वयं के ही दल के भीतर घातियो से होकर मिलने वाले विरोध का भाजन बनना पड़ेगा । हालांकि पार्टी का एक तबका ऐसा भी है जो लगातार अभी पार्टी नेतृत्व को ही मानने के लिए उनको मनाने की बात कर रहा है ।