गोरखपुर– मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे के बाद खाली हुई इस हाईप्रोफाइल गोरखपुर सीट पर उपचुनाव के लिए भाजपा ने अपने पत्ते खोल दिए हैं। बीजेपी ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है।
बता दें मुख्यमंत्री द्वारा खाली की गई इस सीट पर विपक्ष की भी नजर थी। हालांकि गोरखपुर सीट पर गोरक्षनाथ पीठ का दबदबा रहा है, लेकिन अभी तक बीजेपी द्वारा प्रत्याशी घोषित न किए जाने से सस्पेंस बरकरार था लेकिन आज भाजपा ने इस सस्पेंस से पर्दा उठा दिया है और अधिवक्ता हरि प्रकाश मिश्र को गोरखपुर से लोकसभा प्रत्याशी घोषित कर दिया है। इस सीट पर मतदान 11 मार्च को होगा और नतीजे 14 मार्च को आएंगे। फिलहाल 20 फरवरी तक उपचुनाव के लिए नामांकन की आखिरी तारीख है।
1952 में पहली बार गोरखपुर लोकसभा सीट के लिए चुनाव हुआ और कांग्रेस ने जीत दर्ज की। इसके बाद गोरक्षनाथ पीठ के महंत दिग्विजयनाथ 1967 निर्दलीय चुनाव जीता। उसके बाद 1970 में योगी आदित्यनाथ के गुरु अवैद्यनाथ ने निर्दलीय जीत दर्ज की।1971 से 1989 के बीच एक बार भारतीय लोकदल तो कांग्रेस का इस सीट पर कब्ज़ा रहा। लेकिन 1989 के बाद से सीट पर गोरक्षपीठ का कब्ज़ा रहा. महंत अवैद्यनाथ 1998 तक सांसद रहे। उनके बाद 1998 से लगातार पांच बार योगी आदित्यनाथ का कब्ज़ा रहा।