गोरखपुर — उत्तर प्रदेश के निकाय चुनाव में एक जहां भाजपा ने बड़ी जीत दर्ज की। वहीं पार्टी की जीत नायक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्मस्थली में उनके वार्ड का परिणाम बेहद चिंताजनक है। जिस वार्ड में सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपना मतदान किया था, वही से भाजपा प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई है। यहां से निर्दलीय प्रत्याशी नादिरा खातून ने जीत दर्द की।
दरअसल सूबे के नगर निगमों में भाजपा की कमान संभालने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने ही वार्ड में भाजपा प्रत्याशी को जीत नहीं दिला सके। गोरखपुर में उनके वार्ड पुराना गोरखपुर (वार्ड नंबर-68) में भाजपा प्रत्याशी जीतना तो दूर अपनी जमानत भी नहीं बचा सकी हैं। इस वार्ड में सभी दलों को परास्त करते हुए निर्दलीय प्रत्याशी नादिरा खातून ने जीत दर्ज कर सबको चौका दिया है। जबकि भाजपा को दूसरा स्थान हासिल हुआ है जबकि सपा तीसरे स्थान पर रही है।
पुराना गोरखपुर की सामान्य महिला सीट पर भाजपा प्रत्याशी माया को निर्दलीय प्रत्याशी नादिरा खातून ने 462 मतों से हराया है। विजेता नादिरा को जहां 1783 मत मिले, वहीं भाजपा प्रत्याशी माया 1321 मत ही हासिल कर सकीं। इस वार्ड में कुल 14600 मत थे, जिनमें से 4282 यानी 30 फीसद मत ही पोल हुए। इनमें विजेता नादिरा को 12.2 और माया को को 9.4 फीसद मत हासिल हुए। इस वार्ड में सपा की रानी अफसां को 511, कांग्रेस की अफसर जहां को 402, बसपा की सुफिया वारसी को 63 और एक अन्य निर्दल प्रत्याशी गीता को 173 मत मिले। विजेता प्रत्याशी के अलावा सभी प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई।
नगर निगम चुनाव के मतदान के लिए मुख्यमंत्री योगी 22 नवंबर को गोरखपुर में मौजूद थे। उन्होंने वार्ड के कन्या प्रायमरी प्राइमरी स्कूल में मतदान किया था। मतदान के बाद संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने प्रदेश भर के नगर निगमों में भाजपा का बोर्ड बनने की बात पूरी दमदारी से कही थी।
उत्तर प्रदेश में बेशक कमल खिल रहा हो लेकिन मुख्यमंत्री के क्षेत्र में पार्टी के उम्मीवार का हार जाना कुछ अलग ही कहानी बयां कर रहा है।बताते चलें की सीएम योगी आदित्यनाथ का गढ़ कहे जाने वाले वार्ड नं 68 में ही गोरखनाथ मंदिर भी स्थित है।दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मोर्य के घर में भी बीजेपी को हार का मुंह देखना पडा है. निर्दलिय उम्मीवार राजेंद्र यादव ने भाजपा के प्रशांत केसरी को 1637 मतों से हराया है।