बिल्लू हत्याकांडःन्याय के लिए धरने पर बैठा परिवार,खुलेआम घुम रहे अपराधी

एटा –यूपी के एटा जिले में डेढ माह पूर्व बिल्लू हत्याकांड के मुख्य आरोपियों के खुलेआम घूमने और पीड़ित परिवार को जान से मारने की धमकी के बाद पीड़ित परिवार अपने बेटे के हत्यारों को जेल की सलाखों के पीछे करने के लिए धरने पर बैठ गया है।

मृतक बिल्लू की गर्भवती पत्नी समेत पूरा परिवार बिल्लू की हत्या के मुख्य दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पीड़ित परिवार पुलिस महकमे के चक्कर काटते काटते थक गया लेकिन उसे आश्वासन के शिवाय कुछ भी नहीं मिला और घटना के डेढ़ माह से भी ज्यादा बीत जाने के बाद न्याय मिलता न देख पूरा परिवार कलैक्ट्रेट स्थित धरने स्थल पर बैठ गया है।

कलैक्ट्रेट स्थित धरना स्थल पर बीते 24 घंटे से धरने पर बैठा ये परिवार अपने बेटे बिल्लू के हत्यारों को जेल की सलाखों के पीछे करने के लिए पुलिस के आला अधिकारियों के चक्कर काटते काटते थक चुका है। बिल्लू की हत्या के मुख्य आरोपी मुकेश और सतीश दबंग होने के साथ साथ ऊंची रसूख वाले भी है।

गौरतलब है कि बीती 23 मार्च को थाना बागवाला के करतला चौराहे पर अंडे की ढकेल लगाने वाले बिल्लू का कसूर सिर्फ इतना था कि मुकेश और सतीश समेत 9 लोगों ने अंडे खाने के बाद पैसों को लेकर हुए विवाद में बिल्लू की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी और उसे मरणासन्न स्थित में छोड़कर फरार हो गये थे जहॉं 24 मार्च को बिल्लू ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था। घटना के बाद पुलिस ने 9 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था लेकिन जॉंच के बाद दोनों मुख्य आरोपी मुकेश और सतीश को क्लीन चिट दे दी थी। अपने मृतक बेटे के मुख्य हत्यारोपी मुकेश और सतीश को पुलिस द्धारा क्लीनचिट दिये जाने के बाद पीड़ित परिवार उनकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस के आला अधिकारियों के चक्कर काटता रहा लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिला।

बिल्लू हत्याकांड में पुलिस ने एक आरोपी को तो जेल भेज दिया लेकिन 6 अन्य आरोपियों ने कोर्ट में सरेन्डर कर दिया था, लेकिन पीड़ित परिवार का आरोप है कि दोनों मुख्य आरोपी मुकेश और सतीश अभी भी खुलेआम गांव में घूम रहे है और पीड़ित परिवार को मामले में चुप रहने की हिदायत के साथ ही लगातार जान से मारने की धमकी दे रहे है। अपने बेटे के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए मृतक की गर्भवती पत्नी समेत पूरा परिवार कलैक्ट्रेट धरने स्थल पर न्याय की गुहार लगा रहा है।

लेकिन डीएम आवास और एस एस पी कार्यालय  के समीप धरना स्थल पर किसी भी पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों ने पीड़ित परिवार की सुध नहीं ली वहीं जब तक बेटे के कातिलों को सजा नहीं मिलती तब तक पीड़ित परिवार धरना स्थल पर ही बैठने का ऐलान किया है। वहीं पुलिस के आला अधिकारी मामले में सीओ सिटी की जांच में दोनों आरोपियों के खिलाफ साक्ष्य न मिलने की बात कहकर सफाई देते नजर आ रहे है।

अंडे की ठेला लगाकर अपने परिवार का भरण पोषण करने वाला बिल्लू भले ही आज इस दुनिया में न हो लेकिन उसकी पत्नी, माता-पिता और छोटा भाई खुलेआम घूम रहे बिल्लू की हत्या के कातिलों को जेल की सलाखों के पीछे करने के लिए पुलिस के आला अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाते हुए धरना स्थल पर बैठे है। यदि पुलिस ने दोनों दबंग आरोपियों के खिलाफ निष्पक्ष कार्यवाई की होती तो बिल्लू के दोनों कातिल आज जेल की सलाखों के पीछे होते और पीड़ित परिवार को न्याय की खातिर धरने पर न बैठना पड़ता।

(रिपोर्ट-आर.बी.द्विवेदी,एटा)

Comments (0)
Add Comment