बिहार– वैसे तो बिहार राज्य को पिछड़ा व देश की तरक्की में रोड़ा कहा जाता रहा है। लेकिन इस बार बिहार के पटना शहर के रहने वाले अभय कुमार सिंह नाम के इस शख्स ने ऐसा कारनामा कर दिखाया है जो अच्छे-अच्छे लोग नही कर पाते है।
दरअसल रूस में भारतीय मूल के एक शख्स को डेप्यूतात बनाया गया है। डेप्यूतात वही पद है, जो भारत में किसी विधायक का होता है। डेप्यूतात बनाए गए अभय कुमार सिंह पटना, बिहार के रहने वाले हैं और कुर्स्क नाम के रूसी प्रांत की सरकार में डेप्यूतात हैं। कुर्स्क वही प्रांत है जहां एडोल्फू हिटलर की सेना को हार का सामना करना पड़ा था।
रूसी राष्ट्र पति व्लादीमिर पुतिन की ‘यूनाइटेड रशा’ पार्टी के टिकट पर चुनाव जीतकर अभय कुमार सिंह डेप्यूतात बनाए गए हैं। अभय सिंह बताते हैं कि राष्ट्रपति पुतिन ने ही उन्हें राजनीति में आने के लिए प्रेरित किया। आपको बता दें कि ‘यूनाइटेड रशा’ रूस की सत्ताधारी पार्टी है, जिसने हाल के आम चुनावों में देश की संसद (दूमा) में 75 फ़ीसदी सांसद भेजे हैं। वहीं पुतिन पिछले 18 साल से सत्ता में हैं।
अभय ने अक्टूनबर, 2017 में व्लादिमीर पुतिन की पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर कुर्स्क विधानसभा का चुनाव जीत लिया था।पटना में जन्मेभ अभय ने लोयोला स्कूल से पढ़ाई की है। उसके बाद वे 1991 मेडिकल करने रूस आ गए थे। पढ़ाई के बाद अभय ने पटना में प्रैक्टिस शुरू की और रजिस्ट्रेशन भी करा लिया। इसके बाद उन्हों ने रूस में दवाइयों का बिजनेस शुरू किया।
अभय के अनुसार रंग की वजह से शुरुआत में उन्हेंं काफी परेशानी हुई। अब अभय रियल स्टे्ट में भी बिजनेस करते हैं, उनके पास कई शॉपिंग मॉल्सं भी हैं। अभय के अनुसार वे समय मिलने पर भारत और खासकर पटना आते रहते हैं।