बिहार के अलीपुर थाना में तैनात चौकीदार वीरेन्द्र पासवान हत्यकांड मामले में पुलिस बड़ा खुलासा किया है. पुलिस की माने तो इस हत्याकांड़ की साजिस मृतक वीरेन्द्र पासवान के बड़े बेटे सौरभ ने रची थी. सौरभ ने 1.5 लाख रूपया खर्च करके सुपारी किलर से करवायी थी.
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बेटा निकला पिता का हत्यारा…
इस मामले में पुलिस ने बड़े बेटे सौरभ कुमार, शूटर लालू यादव, बिचौलिया अरविंद कुमार और सिम बेचने वाली महिला राधा देवी को गिरफ्तार कर लिया है. इस हत्याकांड में प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से शामिल पप्पू यादव, राहुल कुमार, विमलेश यादव समेत चार अन्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. महिला राधा देवी काको के द्वारा दिए गए सिम का प्रयोग किया गया था.
भाई को अपनी चौकीदारी देने से नाराज था बड़ा बेटा
दरअसल मृतक वीरेन्द्र पासवान शुरू में परिवार का मालिकाना हक अपने बड़े बेटे सौरभ को ही दिया था. बैंक का पासबुक और एटीएम भी बड़े बेटे के जिम्मे था. शुरू में सौरभ सही तरीके से परिवार को चला रहा था पर पिछले साल से वह अपने पिता के पैसा का उपयोग व्यक्तिगत संपत्ति बढ़ाने में करने लगा था और पिता एवं छोटे भाई को खर्च देना बंद कर दिया था.
1.5 लाख की शूटर लालू यादव को दी थी सुपारी
अपने पिता के फैसले से परेशान सौरभ ने अपने मित्र अरविंद से अपने पिता को रास्ते से हटाने को लेकर बात की. अरविंद ने उसकी मुलाकात शूटर लालू यादव से करवाई और 1.5 लाख रुपये में अपने पिता की हत्या का सौदा कर डाला. इधर चौकीदार वीरेन्द्र पासवान की ड्यूटी अपने ही पंचायत के सर्वोदय प्लस 2 स्कूल क्वारंटाइन सेंटर पर लगा था. और 7 जून की रात करीब 9 बजे अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.
वहीं चौकीदार की हत्या से दुखी एसएसपी खुद उसी दिन घटनास्थल पहुंच कर खुद मामले की जांच की जिसके बाद मृतक का वादी बेटा ही हत्यारा निकला.
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