बिहार विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर सभी राजनीतिक दल वोटरों को लुभान के लिए पूरा जोर लगा रही हैं। इस दौरान राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेतृत्व वाले महागठबंधन ने बिहार में सरकार को बदलने का संकल्प लेते हुए शनिवार को अपना संकल्प पत्र जारी किया।
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‘प्रण हमारा, संकल्प बदलाव का’ नाम वाले इस संकल्प पत्र को जारी करते हुए राजद से तेजस्वी यादव ने एक बार फिर सत्ता में आने के बाद 10 लाख लोगों को रोजगार देने का संकल्प दोहराया। इस मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला सहित महागठबंधन के तमाम नेता मौजूद रहे।
कृषि ऋण माफ करने का संकल्प-
संकल्प पत्र जारी करते हुए राजद के नेता तेजस्वी ने कहा कि सत्ता में आने के बाद नौकरी के लिए भरे जाने वाले आवेदनों में फीस माफ किया जाएगा तथा परीक्षा केंद्र जाने के लिए किराया भी माफ किया जाएगा।
बिहार की जनता अगर उनके महागठबंधन को सत्ता में आने का मौका देती है तब नियोजित शिक्षकों की वर्षों पुरानी मांग ‘समान काम, समान वेतन’ को पूरा किया जाएगा।
महागठबंधन के संकल्प पत्र में सत्ता में आने के बाद कृषि ऋण माफ करने का संकल्प लिया गया है जबकि राज्य में कर्पूरी श्रम आपदा केंद्र खोलने का वादा किया गया है।
नीतीश पर बरसे तेजस्वी…
इस दौरान तेजस्वी यादव ने एक बार फिर नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की याद दिलाई। उन्होंने कहा कि अभी केंद्र और राज्य में डबल इंजन की सरकार है, लेकिन बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल सका। वहीं कटाक्ष करते हुए कहा कि क्या विशेष राज्य का दर्जा देने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप आएंगें।
28 अक्टूबर से शुरू हो रहा चुनाव-
गौरतलब है कि बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए तीन चरणों में होने वाले चुनाव के लिए मतदान 28 अक्टूबर, तीन नवंबर और सात नवंबर होगा जबकि मतगणना 10 नवंबर होगी। बता दें कि बिहार चुनाव में इस बार राजद कांग्रेस और वामपंथी दलों के साथ चुनावी मैदान में उतरी है।