देश में कोरोना संकट के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने क्वारंटीन सेंटर स्थापित किए हैं ताकि किसी भी मरीज को अगर कोरोना होता है तो तुरंत क्वांरटीन कर इलाज किया जा सके. वहीं बिहार के गोपालगंज प्रशासन ने एक दिलचस्प फैसला किया है.
यहां आकर ठहरे प्रवासियों को कंडोम के पैकेट और महिलाओं को गर्भ निरोधक गोलियां बांटी गईं. इसके अलावा 14 दिनों की क्वारंटीन अवधि पूरी करने वाले प्रवासियों को परिवार नियोजन का तरीका बताया जा रहा है.
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बढ़ती जनसंख्या से चिंतित सरकार..
दरअसल बिहार में बढ़ती जनसंख्या से चिंतित राज्य सरकार ने क्वारंटीन सेंटरों में रहने वालों को न केवल स्वास्थ्य को बेहतर करने के लिए योग प्रशिक्षण दिया जा रहा है. वहीं लक्ष्य की प्राप्ति के लिए फ्रंट लाइन आशा कार्यकर्ताओं और एनएनएम द्वारा कोरोना संक्रमण का घर-घर सर्वें के दौरान और 14 दिन की क्वरंटाइन अवधि पूरी कर घर जाने वालों को परिवार नियोजन के बारे में सजग किया जा रहा है.
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कंडोम के साथ महिलाओं दी निरोधक गोलियां..
साथ जिन्हें जरूरत थी, उन्हें दो-दो पैकेट कंडोम उपलब्ध कराए गए. योग्य दम्पतियों को उनकी इच्छानुसार इस दौरान करीब 11 लाख दैनिक और आपातकालीन गर्भ निरोधक गोलियों का भी वितरण किया गया.
वहीं बिहार उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि प्रत्येक दशक के दौरान बिहार की जनसंख्या में 25 फीसदी की वृद्धि हो रही है, वैसे लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा, बाल विवाह निषेद्य और अन्य निरोधात्मक उपायों को अपना कर पिछले एक दशक में प्रजनन दर को 4.3 से घटा कर 3.2 पर लाने में सफलता मिली है.
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