बलिया– जनपद के जल निगम में जेई के मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। जल निगम के पूर्व एक्सईएन कायम हुसैन ने दावा किया है कि बिना काम किये फर्जी भुगतान को लेकर ठेकेदारों द्वारा बनाया गया दबाव जेई के मौत का कारण बना।
यही नही जल निगम में एक नया विवाद खड़ा हो गया ही जहाँ एक्सईएन की कुर्सी के लिए पूर्व और वर्तमान एक्सईएन आमने – सामने हो गये है। वही आम जनता और नेता दोनों मामलो के CBI जांच की मांग कर रहे है| बता दें जनवरी 2018 को जल निगम निर्माण खंड बलिया में तैनात 23 वर्षीय जूनियर इंजिनियर दिनेश पाल के जहर खा कर जान देने में एक बड़ा खुलासा हुआ है। इसके अलावा बलिया के जल निगम में ठेकेदारों नेताओं का मक्कर जाल किस तरह फैला हुआ है ;इसका नजारा तब देखने को मिला जब पूर्व एक्सईएन तबादला होने के बाद कोर्ट से स्थगन आदेश लेकर जल निगम कार्यालय पहुंचे। जहा वर्तमान एक्सईएन कमलेश सिंह से जम कर बहस हुयी। इस प्रकरण में बलिया जल निगम में मौजूदा वक्त में दो एक्सईएन के उठे विवाद में कई सवाल खड़े कर दिए है क्यों कि पूर्व एक्सईएन को बलिया ज्वाईन कराने के लिए बीजेपी के दो विधायक, सदर विधायक आनन्द स्वरूप शुक्ला और बैरिय के सुरेन्द्र सिंह ने मुख्य मंत्री को बकायदा एक पत्र भेजा है|
उधर भ्रष्टाचार का अड्डा बन चूका बलिया का जल निगम निर्माण खंड घोटालो की भेट चढ़ता जा रहा है इसका जीता जागता सबूत है बलिया में बन रहा सीवरेज प्लांट | जो करोडो की लागत से लगभग 10वर्षो से बन रहा है पर विडम्बना देखिये कि 2018 में भी सीवरेज का कम पूरा नही हो सका वही राजनैतिक दलों के नेता और पब्लिक CBI जांच की मांग कर रहे है |
रिपोर्ट -मनोज चतुर्वेदी, बलिया