लखनऊ — उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की चुनौतियों से निपटने के लिए गुरुवार को डीजीपी ओपी सिंह ने पुलिस सिस्टम में ऐतिहासिक बदलाव किए है.
डीजीपी ने सभी जिलों के कप्तानों से एक थानों में चार इंस्पेक्टर की तैनाती के आदेश जारी कर दिए. नई व्यवस्था के तहत थाने में एक मुख्य इंस्पेक्टर के अलावा, इंस्पेक्टर क्राईम, इंस्पेक्टर लॉ एंड ऑर्डर और इंस्पेक्टर एडमिन की तैनाती होगी.
दरअसल थानों में बढ़ रही चुनौतियों और कोर्ट द्वारा कानून व्यवस्था व अपराध को अलग-अलग करने के सुझाव को देखते हुए नई व्यवस्था लागू की जा रही है.इस व्यवस्था के तहत क्षेत्राधिकारी मुख्यालय के थानों पर चार इंस्पेक्टर तैनात किए जाएंगे. इस प्रकार क्षेत्राधिकारी मुख्यालय के थानों पर 1+3 निरीक्षक रैंक के अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे. वैसे इन नियुक्तियों में एसएसपी या एसपी यह सुनिश्चित करेंगे की प्रभारी निरीक्षक वरिष्ठतम होना चाहिए.
ज्ञात हो कि पिछले दिनों प्रमोशन के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने इंस्पेक्टर की संख्या में काफी इजाफा हो गया है. पिछले दिनों 2227 दरोगाओं के इंस्पेक्टर के पद पर प्रमोशन हुआ है, जिसके कारण प्रदेश के थानों में इंस्पेक्टरों की संख्या आला अफसरों के लिए समस्या बन गई थी. इसी से निपटने के लिए अब थानों में अपराध और कानून व्यवस्था को अलग-अलग ढंग से देखने की योजना बनाई गई है. योजना है कि हर थाने में चार इंस्पेक्टर होंगे, जो क्राइम और कानून व्यवस्था को अलग-अलग देखेंगे.
जानकारी के अनुसार इस समय लखनऊ में ही 43 थाने हैं, जिनमें 167 इंस्पेक्टर तैनात हैं. सरकार का मानना है कि इस व्यवस्था से प्रदेश में अपराध की जांच और कानून व्यवस्था के मामलों से निपटने में आसानी मिलेगी. अभी तक एक ही इंस्पेक्टर के हवाले अपराध और कानून व्यवस्था दुरुस्त रखने की जिम्मेदारी होती थी.