न्यूज डेस्क–आपातकाल की बरसी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में भाजपा सांसद और सिने स्टार शत्रुघ्न सिन्हा ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। आम आदमी पार्टी की ओर से बेनियाबाग में आयोजित जन अधिकार रैली में उन्होंने कई मुद्दों पर तंज कसा ।
सिन्हा ने कहा कि सरकारी एजेंसियां दबाव में हैं। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि अहमदाबाद में नोटबंदी में 7500 करोड़ रुपये जमा कराए गए मगर इसकी जांच नहीं कराई गई। सिन्हा ने प्रधानमंत्री का नाम लिए बगैर कहा, तथाकथित चाय बेचने वाला कहां से कहां पहुंच गया तो क्या मैं बोल भी नहीं सकता। 44 साल पहले लगा आपातकाल कयामत की तारीख थी और अब लोकतंत्र के नाम पर तानाशाही है। रोजगार के नाम पर केवल वार रूम में सोशल मीडिया में ट्रोल करने वाले तैनात किए गए हैं। गंगा पर सिन्हा बोले, गंगा सूख गई और रुठ गई हैं।
वित्त मंत्री अरुण जेटली, कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी पर निशाना साधते हुए बोले-जब वकालत करने वाले वकील बाबू अर्थव्यवस्था की बात कर सकते हैं, टीवी कलाकार मानव संसाधन मंत्रालय पहुंच सकतीं हैं, मैं क्यों नहीं बोल सकता। उन्होंने कहा, अगर सच कहना बगावत है तो समझो मैं बागी हूं।
जीएसटी पर तंज कसा और कहा, गांव में मुझसे लोगों ने इसका मतलब पूछा तो मैंने बताया कि गईल सरकार तोहार। उन्होंने कहा कि संवैधानिक पदों का हनन हो रहा है। हिमाचल और गुजरात चुनाव एक साथ तारीख आई लेकिन हिमाचल के बाद गुजरात के चुनाव की घोषणा छह हफ्ते बाद आई। कारण, सिर्फ इतना था कि बाढ़ राहत के नाम कराए गए काम का लाभ चुनाव में उठाया जा सके।